Daily News Summary of 17 Oct in details in Hindi

By | October 17, 2018

दैनिक समसामयिकी – 17 October 2018(Wednesday)

INTRNATIONAL/ BILATERAL
1.सतत विकास लक्ष्य के लिए भारत करेगा विकासशील देशों से सहयोग
• भारत ने कहा कि सतत विकास लक्ष्य हासिल करने के लिए विकासशील देशों के आपसी सहयोग की भावना के तहत वह विकासशील देशों के साथ सहयोग करना जांरी रखेगा। यह बात द्रमुक सांसद कनिमोई ने यहां कही। भारतीय सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राष्ट्र महासभा की छह समितियों के विभिन्न सत्रों में शामिल होने संयुक्त राष्ट्र आया हुआ है।
• कनिमोई इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं।भारत से विभिन्न दलों के सांसदों का एक समूह हर साल कुछ सप्ताह के लिए संयुक्त राष्ट्र का दौरा करता है। ये सांसद यहां विभिन्न सत्रों में हिस्सा लेते हैं और सामयिक मुद्दों पर भारत की स्थिति बताते हैं। कनिमोई ने सोमवार को कहा, भारत ने सतत विकास के लिए 2030 के एजेंडे को अंतिम रूप देने में सक्रिय भूमिका निभाई थी।
• समावेशी और सतत विकास के लिए जारी हमारे राष्ट्रीय प्रयास नियंतण्र एजेंडे के साथ मेल बैठाते हुए चल रहे हैं। महासभा की दूसरी समिति, जो आर्थिक एवं वित्तीय मुद्दों से संबंधित है, में सतत विकास सत्र में बोलते हुए उन्होंने कहा, भारत अपने लोगों के सतत विकास की दिशा में अपने मजबूत प्रयासों तथा सतत विकास लक्ष्य हासिल करने के लिए विकासशील देशों के बीच सहयोग की भावना के तहत विकासशील देशों से सहयोग करना जारी रखेगा।
• उन्होंने कहा, सतत विकास के तहत गरीबी रेखा से नीचे लाखों लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं का समाधान करना होगा तथा गरीबों और वंचित तबके को केंद्र में रखना होगा।कनिमोई ने कहा, भारत दृढ़ राजनीतिक प्रतिबद्धता के साथ प्रत्येक सतत विकास लक्ष्य पर आगे बढ़ रहा है।
• भारत ने महासचिव के संयुक्त राष्ट्र विकास पण्राली के समग्र सुधार प्रस्तावों का पूरा समर्थन किया है। यह उल्लेख करते हुए कि उचित कदमों के जरिए सतत विकास के तहत जलवायु परिवर्तन की समस्या का समाधान करना होगा, कनिमोई ने कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन पर फोकस को नया रूप देने की महासचिव की पहल का स्वागत करता है।

2. जांच के लिए सऊदी अरब राजी : पत्रकार लापता मामले पर अमेरिकी विदेशमंत्री ने सऊदी शाह से बात की
• अमेरिका के विदेशमंत्री माइक पोम्पिओ ने लापता पत्रकार जमाल खशोगी को लेकर पैदा हुए संकट के समाधान के लिए मंगलवार को सऊदी अरब के शाह सलमान और शहजादे से मुलाकात की। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि मामले की ‘‘गहन’ जांच के लिए रियाद राजी हो गया है।
• खशोगी के लापता होने के बारे में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढते हंगामे के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पोम्पिओ को सऊदी अरब के दौरे पर भेजा था जिस दौरान यह वार्ता हुई।खशोगी 2 अक्टूबर को शादी से जुड़े कागजातों को लेकर इस्तांबुल स्थित सऊदी दूतावास गए थे जिसके बाद से उन्हें नहीं देखा गया। शाह के साथ सोमवार को टेलीफोन पर हुई वार्ता के बाद ट्रम्प ने कहा इसमें ‘‘शैतान हत्यारों’ का हाथ हो सकता है।
• शाह के साथ बैठक के बाद पोम्पिओ ने विदेश मंत्री आदिल अल-जुबैर और शक्तिशाली शहजादे मोहम्मद बिन सलमान के साथ अलग से वार्ता की।महल में पोम्पिओ का गर्मजोशी से स्वागत करने के बाद शहजादे ने कहा, हम मजबूत और पुराने सहयोगी हैं। हम अपनी चुनौतियों का मिलकर सामना करते हैं।
• मंगलवार को एक साथ रात्रि भोज करने वाले हैं। विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नोएर्ट ने बाद में कहा, दोनों विदेश मंत्री गहन, पारदर्शी और समय पर जांच होने के लिए सहमत हुए। खशोगी के लापता होने के बाद तुर्की पुलिस ने सोमवार को पहली बार दूतावास की जांच की
• खशोगी सऊदी अरब के नागरिक थे और अमेरिका में रहते थे जो शहजादे मोहम्मद बिन सलमान की लगातार आलोचना कर रहे थे। तुर्की के अधिकारियों का कहना है कि उनकी हत्या की जा चुकी है जबकि सऊदी अरब इस दावे से इंकार करता है।

3. दिल्ली में बनेगा कोरियाई युद्ध संग्रहालय
• दक्षिण कोरिया और भारत यहां कोरियाई युद्ध संग्रहालय बनाने पर सहमत हो गए हैं और दिल्ली सरकार मध्य दिल्ली में पहले ही इसके लिए एक स्थान तय कर चुकी है। दक्षिण कोरिया के राजदूत शिन बोंग किल ने कहा, भारत और दक्षिण कोरिया सहमत हो गए हैं, लेकिन ‘‘कुछ प्रशासनिक प्रक्रिया’ की आवश्यकता है।
• उन्होंने कहा, मूल रूप से, भारत और दक्षिण कोरिया दिल्ली में कोरियाई युद्ध संग्रहालय बनाने पर सहमत हो गए हैं। दिल्ली सरकार इसके लिए पहले ही एक जगह तय कर चुकी है। शिन ने कहा, दक्षिण कोरिया उम्मीद करता है कि काम अगले साल के अंत तक पूरा हो जाएगा।
• राजदूत ने कहा, भारत ने 1950-53 के कोरियाई युद्ध के दौरान चिकित्सा सहायता भेजी थी और इस युद्ध में भाग ले चुके कोरियाई सैनिकों का भारत से एक जुड़ाव है।

4. विमानन क्षेत्र में लागू होगी केपटाउन संधि
• सरकार की नागर विमानन क्षेत्र में केपटाउन संधि कानून के नियमों को लागू करने की योजना है। इससे नागर विमानन क्षेत्र में संपत्ति आधारित वित्त पोषण ओर पट्टा आधारित लेनदेन से संबंधित जोखिमों को कम करने में मदद मिलेगी।
• नागर विमानन मंत्रालय के अनुसार इस संधि-प्रोटोकॉल का मुख्य उद्देश्य ऊंचे मूल्य के मोबाइल उपकरणों मसलन एयरफ्रेम्स, हेलिकॉप्टर और इंजन का दक्ष तरीके से वित्तपोषण करना है, जिससे परिचालन लागत को दक्ष और सस्ता बनाया जा सके। केपटाउन संधि का क्रियान्वयन ऐसे समय किया जा रहा है जबकि कई भारतीय विमानन कंपनियों ने अपनी महत्वाकांक्षी विस्तार योजना के लिए विमानों के बड़े आर्डर दिए हैं।
• देश का घरेलू विमानन बाजार दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में है और यह पिछले तीन साल से दो अंकीय वृद्धि दर्ज कर रहा है। नवम्बर, 2001 में मोबाइल उपकरण में अंतरराष्ट्रीय हित संधि और विमान उपकरणों से संबंधित मामलों पर संधि को स्वीकार किया गया था।
• चूंकि इन्हें केपटाउन में हुये सम्मेलन के दौरान स्वीकार किया गया, ऐसे में इसे दक्षिण अफ्रीका के इस शहर का ही नाम दिया गया। केपटाउन संधि तीन क्षेत्रों विमानन, रेलवे और अंतरिक्ष उपकरणों पर है और तीनों के लिए अलग-अलग प्रोटोकॉल है। विमानन प्रोटोकॉल को 2001 में स्वीकार किया गया।

5. कुपोषण के विरुद्ध वैश्विक लड़ाई पड़ी मद्धिम
• जलवायु परिवर्तन, वैश्विक विवाद और आर्थिक विकास की धीमी रफ्तार ने कुपोषण के विरुद्ध छिड़ी लड़ाई को मद्धिम कर दिया है। इसी के चलते पिछले एक साल के भीतर दुनिया के लगभग चार करोड़ अतिरिक्त लोग आधे पेट सोने को मजबूर हुए हैं। जबकि वर्ष 2030 तक पूरे विश्व को भुखमरी मुक्त बनाने का लक्ष्य तय किया गया है।
• केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने विश्व की खाद्य सुरक्षा की इस हालत पर चिंता जताई है। उन्होंने एशियाई देशों की स्थिति पर खुशी जताते हुए कहा कि यहां कम से कम कुपोषण की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है।
• कृषि मंत्री मंगलवार को यहां विश्व खाद्य दिवस पर देश के कृषि वैज्ञानिकों, किसानों और इससे जुड़े सभी लोगों को बधाई दी। ‘एग्री स्टार्ट अप एंड एंटरप्रीन्योरशिप कानक्लेव’ का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने संबोधन किया। उन्होंने कहा ‘खाद्यान्न के मामले में देश सिर्फ आत्मनिर्भर ही नहीं हुआ है, बल्कि निर्यातक देश के रूप में उभरा भी है।’ विश्व स्तर पर कुपोषित आबादी बढ़कर 82 करोड़ से भी अधिक हो चुकी है।
• सिर्फ पिछले साल इसमें 3.8 करोड़ लोग और जुड़ गए हैं। इसका बड़ा कारण जलवायु परिवर्तन से घटती कृषि उत्पादकता हो सकती है। साथ ही वैश्विक स्तर पर बढ़ता विवाद गंभीर होने लगा है, जिसका असर वैश्विक खाद्यान्न सुरक्षा पर पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि अगले 12 सालों में पूरी दुनिया में कोई भूखा नहीं सोएगा। लेकिन इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बहुत गंभीर प्रयास की जरूरत है। वैश्विक स्तर पर भूख की तस्वीर बहुत खराब है।
• एक आंकड़े के मुताबिक, कुपोषण के चलते हर दिन पांच साल से कम आयु के 50 लाख बच्चे मर जाते हैं। वहीं दूसरी ओर विश्वभर में पैदा होने वाले कुल कृषि उपज का एक तिहाई भोजन बर्बाद हो जाता है। पर्याप्त पैदावार होने के बावजूद उचित नीतियों और संतुलन के अभाव में हालात बद से बदतर हो रहे हैं।
• कृषि मंत्री सिंह ने कहा कि कृषि पैदावार बढ़ाने की होड़ लगी हुई है, लेकिन ज्यादातर उपज में सूक्ष्म पोषण तत्वों की भारी कमी है।
• इसका सीधा असर लोगों के पोषण पर पड़ रहा है। पिछले साढ़े चार सालों में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के कृषि वैज्ञानिकों ने 20 ऐसी किस्में ईजाद की है, जिनमें सामान्य से अधिक पोषक तत्व हैं। पूसा में आयोजित दो दिवसीय कानक्लेव में देशभर के युवा उद्यमियों ने अपने उत्कृष्ट उत्पादों को प्रदर्शन किया है।

Sorce of the News (With Regards):- compile by Dr Sanjan,Dainik Jagran(Rashtriya Sanskaran),Dainik Bhaskar(Rashtriya Sanskaran), Rashtriya Sahara(Rashtriya Sanskaran) Hindustan dainik(Delhi), Nai Duniya, Hindustan Times, The Hindu, BBC Portal, The Economic Times(Hindi& English)

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