Some important points of Sex ratio

By | June 25, 2018

• Sex ratio means the ratio of females to males of all age groups of a population.

• In other words, it can be defined as number of females per thousand males.

• This is also an important indicator of socio economic conditions of a society and is an important instrument to analyze the demography of a region.

• By the analysis of sex ratio of a region, one can get information regarding the population growth rate, matrimonial rate and occupational structure.

• There are three ways to calculate the sex ratio:

(i) Primary Sex Ratio: It is calculated at the time of pregnancy.

(ii) Secondary Sex Ratio: It is calculated at the time of birth.

(iii) Tertiary Sex Ratio: It is calculated at the time of census.

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• लिंग अनुपात का अर्थ जनसंख्या के सभी आयु वर्गों में महिलाओं तथा पुरुषों के अनुपात से है।

• दूसरे शब्दों में, इसे प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।

• यह किसी समाज की सामाजिक, आर्थिक स्थितियों का एक महत्वपूर्ण संकेतक भी है और उस क्षेत्र की जनसांख्यिकी का विश्लेषण करने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है।

• किसी क्षेत्र के लिंग अनुपात के विश्लेषण से, वहां की जनसंख्या वृद्धि दर, विवाह दर और व्यावसायिक संरचना के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

• लिंग अनुपात की गणना करने के तीन तरीके हैं:

(i) प्राथमिक लिंग अनुपात: गर्भावस्था के समय इसकी गणना की जाती है।

(ii) माध्यमिक लिंग अनुपात: जन्म के समय इसकी गणना की जाती है।

(iii) तृतीयक लिंग अनुपात: इसकी गणना जनगणना के समय की जाती है।

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