Daily News Summary of 12 Oct in details in Hindi

By | October 12, 2018

दैनिक समसामयिकी – 12 October 2018(Friday)

1.ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स में भारत 115वें नंबर पर
• ह्यूमन कैपिटल को विकसित करने में देशों की सफलता के आंकलन के लिए विश्व बैंक ने गुरुवार को यहां ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स जारी किया, जिसमें कुल 157 सदस्य राष्ट्रों में भारत 115वें पायदान पर है।
• विश्व बैंक ने शिक्षा और स्वास्य के साथ बेहतर माहौल के निर्माण में सदस्य देशों को अधिक निवेश करने के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए पहली बार यह सूचकांक जारी किया है।
• इस सूचकांक में पहला स्थान सिंगापुर का है जबकि चाड अंतिम पायदान पर है। भारत 115वें स्थान पर और पाकिस्तान 134 वें स्थान पर है। दक्षिण कोरिया दूसरे, जापान तीसरे, हांगकांग और चीन चौथे तथा ब्रिटेन 15वें और अमेरिका 24वें स्थान पर है।
• इस सूचकांक को तैयार करने में विश्व बैंक ने कई मानकों को ध्यान में रखा है। इस सूचकांक को इस तरह डिजाइन किया गया है कि आज के समय में पैदा हुआ बच्चा जब 18 साल का होगा तो वह ह्यूमन कैपिटल के रूप में कितना प्रभावी होगी। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य , भविष्य में उत्पादकता और आमदनी की संभावनाओं आदि की कसौटी पर सदस्य राष्ट्रों की स्थिति का आकलन किया गया है।
• विश्व बैंक के मुताबिक लोगों के कौशल विकास, स्वास्य और शिक्षा पर जोर देकर देश अपने ह्यूमन कैपिटल को अधिक उत्पादक बना सकते हैं।
• विश्व बैंक के अनुसार स्वास्थ्य ह्यूमन कैपिटल का जरूरी हिस्सा है। लोग जब स्वस्थ होते हैं तो उनकी उत्पादकता भी बढ़ती है।
• नाइजीरिया में मलेरिया परीक्षण और उपचार मुहैया कराने के कार्यक्रम से कर्मचारियों की आय में 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दर्ज की गयी।
• केन्या में किए गए एक अध्ययन से पता चलता है कि बच्चों को पेट की कीड़े मारने की दवा देने से स्कूल में उनकी अनुपस्थिति घट गई और किशोरावस्था में आमदनी 20 प्रतिशत तक बढ़ गई।
• विश्व बैंक ने पहली बार जारी किया है यह सूचकांक
• इसकी सूची में शामिल किए गए हैं कुल 157 देश
• सूची में पहले स्थान पर सिंगापुर और आखिरी पर चाड
• द.कोरिया दूसरे, जापान तीसरे और चीन चौथे नंबर पर
• ब्रिटेन को 15वें, अमेरिका को 24वें स्थान पर मिली जगह
• शिक्षा, स्वास्थ्य और माहाल हैं इस सूचकांक के मानक

2. भारत और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने के प्रयास
• केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने भारत और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने के प्रयास शुरु किये हैं और इसके परिणाम भी सामने आते दिखाई दे रहे हैं। भारत की ओर से की गई पहल के बाद बांग्लादेश ने जनवरी में होने वाले इंडस फूड में खरीददारों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्णय लिया है।
• भारत द्वारा विभिन्न देशों के साथ व्यापार बढ़ाने की नीति के तहत बांग्लादेश से भी व्यापार बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इन्हीं प्रयासों के तहत भारत बांग्लादेश चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (आईबीसी सीआई) के सचिव और सीईओ जहांगीर-बिन-आलम ने हॉल ही में दिल्ली आकर भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद (टीपीसीआई) के कार्यालय का दौरा किया और संबद्ध अधिकारियों से बातचीत की।
• दोनों देशों के बीच 9 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार होता है, जिसमें से बांग्लादेश 900 मिलियन डॉलर मूल्य की वस्तुओं का निर्यात करता है। आईबीसीसीआई के सीईओ ने कहा कि व्यापार में वृद्धि बांग्लादेश के विकास की प्रक्रिया पर निर्भर करती है।
• उन्होंने कहा कि बांग्लादेश आगे बढ़ रहा है अत: भारत और दुनिया के अन्य देशों के साथ उसके व्यापार में वृद्धि हो रही है। भारत उसका नजदीकी पड़ोसी है, जिसके साथ न केवल बांग्लादेश की सीमा लगती है, बल्कि संस्कृति, परम्पराओं और भाषा की दृष्टि से अपनी जरूरत की वस्तुओं के आयात के लिए भी वह भारत की ओर देखता है।
• इस समय बांग्लादेश दुनिया से 5016.4 मिलियन डॉलर मूल्य के खाद्य और पेय पदार्थों का आयात करता है, जिसमें भारत का 332.4 मिलियन डॉलर मूल्य के निर्यात के साथ पांचवां स्थान है। जनवरी 2019 में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा नोएडा में इंडस फूड का आयोजन किया जा रहा है।
• भारत की पहल पर बांग्लादेश ने इस आयोजन में खरीददारों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया है।

3. मलयेशिया में समाप्त होगा मृत्युदंड
• मलयेशया की सरकार ने मृत्यु दंड को खत्म करने का फैसला किया है। इस फैसले का मानवाधिकार समूहों ने स्वागत किया है। मलेशिया में फिलहाल हत्या, अपहरण, आग्नेयास्त्रों समेत अन्य अपराधों के लिये मौत की सजा अनिवार्य है।
• मलेशिया में फांसी देकर मौत की सजा दी जाती है। यह ब्रिटिश औपनिवेशिक काल की विरासत है।संचार एवं मल्टी मीडिया मंत्री गो¨वद सिंह देव ने मृत्यु दंड को समाप्त करने के मंत्रिमंडल के संकल्प की पुष्टि की।
• उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि कानून में संशोधन होगा। सरकार ने मृत्यु दंड की सजा को समाप्त करने का फैसला किया, क्योंकि इसका घरेलू मोर्चे पर जोरदार विरोध हो रहा था। इस फैसले का मानवाधिकारों की पैरवी करने वाले अधिवक्ताओं ने स्वागत किया है।

4. ब्रिटेन : आत्महत्या रोकने के लिए पहली बार मंत्री की नियुक्ति
• ब्रिटेन में आत्महत्या के मामलों पर लगाम कसने के लिए पहली बार एक मंत्री की नियुक्ति की गई है। यह कदम विश्व मानसिक स्वास्य दिवस पर उठाया गया है। इस देश में हर साल करीब 4,500 लोग अपनी जीवन लीला स्वयं समाप्त कर लेते हैं। देश में 45 साल से कम उम्र के मदरे की मौत का एक प्रमुख कारण आत्महत्या है।
• ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने कहा कि स्वास्य मंत्री जैकी डॉयल प्राइस को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है और इससे आत्महत्या के मामलों को रोकने में मदद मिलेगी। मे ने एक बयान में बताया ‘‘‘‘इससे हम उस धब्बे को मिटा सकते हैं, जिसके चलते कई लोग चुप रह कर पीड़ा सहने के लिए बाध्य होते हैं। हम आत्महत्या रूपी त्रासदी को रोक सकते हैं। हम हमारे बच्चों को मानसिक रूप से बेहतर माहौल प्रदान कर सकते हैं।’’
• मे ने कहा ‘‘‘‘अगर हम अपने मानसिक स्वास्य की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, तो हम अपनी सेहत पर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। हमें मानसिक और शारीरिक स्वास्य, दोनों पर ही ध्यान देने की जरूरत है। ’’नये प्रभाग का नाम मानसिक स्वास्य, विषमताएं और आत्महत्या की रोकथाम है।
• यह प्रभाग आत्महत्या की रोकथाम संबंधी नए राष्ट्रीय प्रयास की अगुवाई करेगा। अपनी नयी भूमिका में जैकी आत्महत्या की दर कम करने तथा मदद मांगने को लेकर लोगों की झिझक दूर करने के सरकार के प्रयासों पर जोर देंगी।

5. हेन्ली पासपोर्ट इंडेक्स ने जारी की चौथी तिमाही की रिपोर्ट
• दुनिया में जापान के पासपोर्ट को सबसे अच्छा माना गया है। विश्व के 190 देश जापानी पासपोर्ट को वीजा ऑन अराइवल की सुविधा देते हैं। यह खुलासा अमेरिका की एडवायजरी फर्म हेन्ली के पासपोर्ट इंडेक्स की तिमाही रिपोर्ट से हुआ। इस रिपोर्ट में भारतीय पासपोर्ट को दुनिया में 81वां स्थान दिया गया है। भारतीय पासपोर्ट को महज 60 देश ही ‘वीजा ऑन अराइवल’ की सुविधा देते हैं।
• विशेषज्ञों के मुताबिक, हेन्ली पासपोर्ट इंडेक्स ‘वीजा ऑन अराइवल’ के आधार पर तैयार किया जाता है। म्यांमार ने अक्टूबर की शुरुआत में जापान को वीजा ऑन अराइवल की सुविधा दी थी। इससे जापान हेन्ली इंडेक्स में नंबर-1 पर पहुंच गया।
• कई देश ऐसे भी हैं, जिनकी ऑन अराइवल वीजा की सुविधा बढ़ी। इसके बावजूद वे निचले पायदान पर खिसक गए। इनमें जर्मनी, डेनमार्क, फिनलैंड, इटली, स्वीडन, नॉर्वे, यूके और ऑस्ट्रिया आदि देश शामिल हैं।
• 2017 की हेन्ली पासपोर्ट इंडेक्स में जर्मनी अव्वल था। उसे 176 देशों ने वीजा ऑन अराइवल की सहूलियत दे रखी थी। अब जर्मनी को 188 देश वीजा ऑन अराइवल की सुविधा दे रहे हैं। लेकिन वह पासपोर्ट इंडेक्स में नीचे खिसक गया है।
• पासपोर्ट इंडेक्स में दक्षिण कोरिया तीसरे नंबर पर ही है। वहीं, दूसरे नंबर पर सिंगापुर है, जिसके नागरिक 189 देशों में वीजा ऑन अराइवल का लाभ उठा सकते हैं।
• हेन्ली पासपोर्ट इंडेक्स में 2017 के मुकाबले भारत ने छह पायदान का सुधार किया है। 2017 में भारतीय पासपोर्ट को 87वें नंबर पर रखा गया था। पड़ोसी देशों पाकिस्तान (104), बांग्लादेश (100), श्रीलंका (99) के मुकाबले भारत काफी आगे है। हालांकि, इस लिस्ट में चीन 71वें नंबर पर है।
पासपोर्ट के हिसाब से दुनिया के टॉप-5 देश
देश 2018 में रैंकिंग/वीजा ऑन अराइवल 2017 में रैंकिंग/वीजा ऑन अराइवल
जापान 01/190 05/172
सिंगापुर 02/189 04/173
जर्मनी 03/188 01/176
फ्रांस 03/188 04/173
दक्षिण कोरिया 03/188 07/170
डेनमार्क 04/187 03/174
फिनलैंड 04/187 03/174
इटली 04/187 03/174
स्वीडन 04/187 02/175
स्पेन 04/187 03/174
नॉर्वे 05/186 04/173
यूके 05/186 04/173
ऑस्ट्रिया 05/186 04/173
लक्जमबर्ग 05/186 04/173
नीदरलैंड 05/186 04/173
पुर्तगाल 05/186 04/173
यूएस 05/186 04/173

ENVIRONMENT
6. प्राकृतिक आपदाओं से पिछले 20 साल में भारत को 80 अरब डॉलर का नुकसान :-
प्राकृतिक आपदाओं से भारत को 20 साल (1998-2017) में 80 अरब डॉलर का नुकसान हुआ। संयुक्त राष्ट्र की आपदा जोखिम से जुड़ी रिपोर्ट में यह आंकड़े सामने आए। रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा नुकसान वाले देशों में भारत का चौथा नंबर है। अमेरिका को 945 अरब डॉलर का नुकसान हुआ। वह लिस्ट में सबसे ऊपर है।
प्राकृतिक आपदाओं से आर्थिक नुकसान
देश – नुकसान (अरब डॉलर)
अमेरिका 945
चीन 492
जापान 376
भारत 80
प्यूर्टो रिको 72
जर्मनी 58
इटली 57
थाईलैंड 52
मैक्सिको 47
फ्रांस 43
*(नुकसान 1998 से 2017 तक)
• यूएन के मुताबिक 1998 से 2017 तक प्राकृतिक आपदाओं से दुनियाभर में 3,000 अरब डॉलर का नुकसान होने का अनुमान है। यह पिछले 20 साल (1978-1997) में हुए नुकसान से 120% ज्यादा है। सिर्फ जलवायु से संबंधित आपदाओं से हुए नुकसान में 151% का इजाफा हुआ।
• साल 1998 से 2017 के बीच जिन देशों ने आपदाएं झेलीं उन्हें 2,908 अरब डॉलर का नुकसान हुआ। इसमें से 77% (2,245 अरब डॉलर) का नुकसान जलवायु संबंधी आपदाओं की वजह से हुआ।
• साल 1978 से 1997 के दौरान कुल आपदाओं से दुनियाभर में कुल 1,313 अरब डॉलर का नुकसान हुआ। इसमें से 68% (895 अरब डॉलर) का नुकसान जलवायु से जुड़ी आपदाओं की वजह से हुआ
• पिछले 20 साल में जलवायु संबंधी आपदाओं से 13 लाख लोगों की मौत हुई और 440 करोड़ लोग बेघर हुए। 91 फीसदी आपदाओं की वजह बाढ़, तूफान, सूखा, गर्मी और दूसरे जलवायु कारक रहे।
• यूएन की रिपोर्ट के मुताबिक निम्न और निम्न-मध्यम आय वाले देशों को हुए आर्थिक नुकसान से उनके विकास कार्यों पर असर पड़ा। खासकर गरीबी मिटाने के लक्ष्य में वो पिछड़ गए।
• इंटरनेशनल डिजास्टर डेटाबेस (आईडीडी) के मुताबिक भारत ने पिछले 17 साल में 300 प्राकृतिक आपदाएं झेलीं। इनकी वजह से 76,031 लोगों ने जान गंवाई। इनमें से 25,000 लोगों की मौत बाढ़ की वजह से हुई। आपदाओं की वजह से एक अरब से ज्यादा लोग प्रभावित हुए।
• आईडीडी के आंकड़ों से पता चलता है कि चीन में पिछले 17 साल के दौरान 537 आपदाएं आईं। इनमें 1 लाख 12 हजार 787 लोगों की जान गई।

SCIENCE
7. डब्ल्यूएचओ व यूनिसेफ ने कहा पोलियो मुक्त बना हुआ है भारत
• सरकारी टीकाकरण कार्यक्रम के दौरान ओरल वैक्सीन में टाइप-2 पोलियो वायरस मिलने से मचे हड़कंप के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और यूनिसेफ ने भारत को पोलिया मुक्त करार दिया है। दोनों शीर्ष अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने सरकारी टीकाकरण कार्यक्रमों को क्लीनचिट देते हुए कहा कि भारत पोलियो मुक्त बना हुआ है।
• सरकारी टीकाकरण कार्यक्रमों में इस्तेमाल हो रहे सभी वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित हैं।1गुरुवार को दोनों संस्थाओं की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बच्चों को पोलियो वायरस ग्रस्त टीका देने के मामले में भारत में न्यूनतम हैं।
• इनका कहना है कि भारत में बच्चे को दिए जा रहे पोलियो के टीके पूरी तरह सुरक्षित हैं। लोग बेखौफ होकर अपने बच्चों को टीका दिलवाएं और भारत को पोलियो मुक्त बनाए रखें। अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की ओर से जारी बयान में बताया गया, ‘ मार्च 2014 में भारत पोलियो मुक्त हो गया था।
• तीनों प्रकार के पोलियो वायरस को लेकर देश में पूरी सक्रियता है। पोलियो वायरस का आखिरी मामला देश में 13 जनवरी, 2011 को देखने को मिला था।’ बयान के अनुसार, टाइप-2 पोलियो वायरस से ग्रस्त वैक्सीन को पूरी दुनिया से खत्म कर दिया गया है।
• भारत में भी इस तरह की वैक्सीन अप्रैल 2016 में खत्म हो चुकी है। इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है। दोनों अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं का कहना है कि पोलियो वायरस ग्रस्त वैक्सीन को इसलिए पकड़ा जा सके, क्योंकि भारत में सरकारी टीकाकरण तंत्र बेहद मजबूत है।

8. सोयूज अंतरिक्ष यान की आपात लैंडिंग
• दो अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर गुरुवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आइएसएस) के लिए रवाना हुए रूस के सोयूज यान में बीच रास्ते में गड़बड़ी आ गई। इसकी वजह से यान की कजाखस्तान में आपात लैंडिंग कराई गई। दोनों अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित हैं।
• बताया जा रहा है कि यान के इंजन में कुछ खराबी आ गई थी।
• अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और रूस की एजेंसी रॉसकॉसमॉस के अनुसार, अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूस के एलेक्सी ओवचिनिन धरती पर सुरक्षित उतर आए हैं। उन्हें कोई चोट नहीं आई है।
• नासा ने कहा कि प्रथम चरण की प्रक्रिया के कुछ सेकेंड बाद बूस्टर रॉकेट में कोई समस्या आ गई थी। यह समस्या कजाखस्तान के बैकानूर अंतरिक्ष केंद्र से सोयूज-एफजी की लांचिंग के बाद सामने आई। यह यान सोवियत संघ के दौर का है।
• इस घटना को रूसी अंतरिक्ष उद्योग के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। हाल के सालों में रूस के कुछ उपग्रहों और अंतरिक्षयान में कई गड़बड़ियां सामने आई हैं। रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा, ‘ईश्वर का शुक्र है कि अंतरिक्ष यात्री जीवित हैं। यह हमारे लिए बड़े कमाल की बात है कि इतनी बड़ी गड़बड़ी से हम उबरने में सफल साबित हुए ।’
• पूर्व सैन्य पायलट निक हेग और एलेक्सी ओवचिनिन को छह घंटे की यात्र के बाद आइएसएस पर पहुंचना था।

9. मेडागास्कर में दस हजार साल पहले बसे थे इंसान
• हिन्द महासागर में मौजूद दुनिया के बड़े द्वीपसमूहों में शामिल मेडागास्कर में इंसानों की बस्ती अब तक की हासिल जानकारी के हजारों सालों बाद बसी होगी।
• दरअसल हिन्द महासागर के इलाके में प्रागैतिहासिक मानव के बस्ती बसाने के समय में किए गए एक अध्ययन में यह तथ्य सामने आया है, जो इस काल में इंसानों की बसावट के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन यह तथ्य अब भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस द्वीप पर वास्तव में मनुष्य ने कब अपना डेरा जमाया था।
• ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि पुरातात्विक खोजों में इस बात के अनेक प्रमाण प्राप्त हुए हैं जिससे यह पुष्टि होती है कि मेडागास्कर में इंसानों की मौजूदगी अब तक की इस संबंध में जानकारी के करीब 1500 वर्ष पूर्व हुई थी। इसमें इनके यहां होने के वर्ष को एडी 1950 से परिभाषित किया गया है।
• हालांकि कुछ हालिया अध्ययनों में यह दर्शाया गया है कि जानवरों की हड्डियों के अवशेषों के साथ उनमें क्षतिग्रस्त होने के निशानों की पड़ताल करते हुए यह समझने का प्रयास किया गया कि इस द्वीप पर इनके होने के संकेत 5000 वर्ष पूर्व के ही हैं।
• ‘प्लॉस वन’ जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार मेडागास्कर के दक्षिणी पश्चिमी इलाकों में तीन नए जगहों पर खोदाई के जरिये जानवरों के मृत अवशेषों के अध्ययन से विशेषज्ञों ने ये हालिया निष्कर्ष निकाले हैं।
• शोधकर्ताओं ने हिप्पो, क्रोकोडाइल, विशालकाय लेमूर, विशाल कछुओं समेत हाथियों व पक्षियों की हड्डियों के विश्लेषण से यह परिणाम दर्शाया है।
• ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के संबंधित विशेषज्ञ एंथ्रॉल एंडरसन का इस संबंध में कहना है कि इस प्रकार के मृत जानवरों के अवशेषों के पूर्व में अध्ययन में भी इस तरह के नतीजे सामने आए थे। बस इसमें केवल समय का फर्क पता चल रहा है।

Sorce of the News (With Regards):- compile by Dr Sanjan,Dainik Jagran(Rashtriya Sanskaran),Dainik Bhaskar(Rashtriya Sanskaran), Rashtriya Sahara(Rashtriya Sanskaran) Hindustan dainik(Delhi), Nai Duniya, Hindustan Times, The Hindu, BBC Portal, The Economic Times(Hindi& English)

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