दैनिक समसामयिकी – 28 November 2018(Wednesday)
➡ INTERNATIONAL/BILATERAL
1.औसत पारिश्रमिक वृद्धि में भारत का अच्छा प्रदर्शन
• दक्षिण एशियाई देशों में 2008-17 के दौरान वास्तविक औसत पारिश्रमिक में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन (आईएलओ) की एक रपट में यह जानकारी दी गई है।
• आईएलओ की वैश्विक पारिश्रमिक रपट 2018-19 के अनुसार किसी अन्य क्षेत्र के मुकाबले एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 2008-17 में ज्यादा तेजी से आर्थिक वृद्धि दर्ज की गई। इसका लाभ इस क्षेत्र के श्रमिकों को मिला है जिनके वास्तविक औसत पारिश्रमिक में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। इसमें चीन, भारत, थाईलैंड और वियतनाम जैसे देश शामिल हैं।
• दक्षिण एशियाई देशों में वास्तविक औसत पारिश्रमिक वृद्धि के मामले में भारत का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा।वर्ष 2008-17 के बीच भारत की इस मद में वृद्धि दर 5.5 प्रतिशत रही जबकि पूरे क्षेत्र की वृद्धि दर 3.7 प्रतिशत रही। भारत के बाद नेपाल में यह आंकड़ा 4.7 प्रतिशत, श्रीलंका में चार प्रतिशत, बांग्लादेश में 3.4 प्रतिशत और पाकिस्तान में 1.8 प्रतिशत रहा है।
• रपट में कहा गया है कि जी-20 समूह के उभरते देशों में केवल मेक्सिको को छोड़कर सभी देशों में 2008 से 2017 के बीच औसत पारिश्रमिक में वास्तविक वृद्धि सकारात्मक रही है। इसमें कहा गया, ‘‘सउदी अरब, भारत और इंडोनेशिया में वेतन वृद्धि लगातार जारी रही जबकि तुर्की में यह 2017 में करीब एक प्रतिशत गिरी है।’
• रपट के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में 2012 से 2016 के बीच शून्य वृद्धि के बाद 2016 से सकारात्मक वृद्धि का दौर शुरू हुआ। ब्राजील में 2015- 16 के दौरान गिरावट रही। तेल मूल्यों में गिरावट की वजह से रूस में 2015 में वेतन वृद्धि में उल्लेखनीय गिरावट रही।
2.. निवेश व सहयोग बढ़ाएंगे भारत-रोमानिया
• भारत और रोमानिया ने द्विपक्षीय एवं अंतरराष्ट्रीय महत्व के विषयों पर रचनात्मक सहयोग को प्रगाढ़ बनाने तथा व्यापार एवं निवेश बढ़ाने पर जोर दिया है। भारत की यात्रा पर आए रोमानिया के विदेश मंत्री टियोडोर मेलेस्कानू ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात के दौरान विभिन्न विषयों पर विस्तृत र्चचा की ।
• विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक सकारात्मक माहौल में हुई जो भारत और रोमानिया के दीर्घकालिक एवं दोस्ताना संबंधों को परिलक्षित करता है । दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार की जरूरत पर बल दिया ।
• इस संदर्भ में रोमानिया के विदेश मंत्री टियोडोर मेलेस्कानू ने सुधार के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के भारत का समर्थन करने की बात कही । विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने द्विपक्षीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर दोनों देशों के बीच रचनात्मक सहयोग को रेखांकित किया।
• उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों के आधार को व्यापक बनाने की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया।दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय कारोबार और निवेश संबंधों को मजबूत बनाने के महत्व को रेखांकित किया और द्विपक्षीय कारोबार के आकार को बढाने की इच्छा जताय्ई।
3. यूक्रेन में मार्शल लॉ लागू
• रूस द्वारा यूक्रेन के तीन नौसैनिक जहाजों को कब्जे में लेने के बाद बढ़े तनाव के बीच सोमवार को यूक्रेन की संसद ने मार्शल लॉ लगाने का ऐलान किया है। संसद ने देश के कुछ चुनिंदा क्षेत्रों में 30 दिनों के लिए मार्शल लॉ लगाने संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। यह समयसीमा बुधवार सुबह नौ बजे से शुरू होगी।
• संसद की वेबसाइट पर मौजूद बयान के मुताबिक, इस प्रस्ताव के पक्ष में 276 वोट पड़े जब इसे मंजूरी मिलने के लिए न्यूनतम 226 वोटों की जरूरत थी।
• इससे पहले सोमवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेकों ने देश में 60 दिनों के लिए मार्शल लॉ लगाने के लिए नेशनल सिक्योरिटी एंड डिफेंस काउंसिल के फैसले को लागू करेन के लिए एक आदेशपत्र पर हस्ताक्षर किए थे। हालांकि, बाद में पेरोशेकों ने कहा, उन्होंने मार्शल लॉ के तहत 60 दिनों के समय को घटाकर 30 दिन करने का फैसला किया। पोरोशेंको ने कहा, यह कानून पूरे देश में लागू नहीं होगा बल्कि रूस से सटी सीमावर्ती क्षेत्रों में लागू होगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा, मार्शल लॉ का मतलब युद्ध का ऐलना करना नहीं बल्कि यूक्रेन की सुरक्षा की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाना है।
➡ ECONOMY
4. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से और मजबूत होगी इकोनॉमी
• बाजार नियामक सेबी के पूर्व चेयरमैन एम दामोदरन ने मंगलवार को कहा कि आरबीआई आने वाले समय में भी एक मजबूत संस्थान बना रहेगा। सरकार के साथ हालिया खींचतान से रिजर्व बैंक की स्वायत्तता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक को कामकाज की स्वायत्तता प्राप्त है और हाल में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है जिससे उसकी स्वायत्तता के समक्ष जोखिम उपस्थित हुआ हो।
• दामोदरन ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘रिजर्व बैंक और सरकार के बीच कई मौकों पर मतभेद रहे हैं लेकिन रिजर्व बैंक पर इसका प्रभाव नहीं पड़ा है। मुझे लगता है कि अभी भी यह कहना कि रिजर्व बैंक की स्वायत्तता कम हो रही है, गलत है।’
• उन्होंने कहा कि इससे पहले रिजर्व बैंक और सरकार के बीच मतभेदों को गवर्नर और वित्त मंत्री की निजी बैठकों में सुलटा लिया जाता था जिससे बाहर के लोगों को इसकी जानकारी नहीं हुई।बाजार नियामक सेबी के पूर्व चेयरमैन एम दामोदरन ने मंगलवार को कहा कि आरबीआई आने वाले समय में भी एक मजबूत संस्थान बना रहेगा।
• सरकार के साथ हालिया खींचतान से रिजर्व बैंक की स्वायत्तता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक को कामकाज की स्वायत्तता प्राप्त है और हाल में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है जिससे उसकी स्वायत्तता के समक्ष जोखिम उपस्थित हुआ हो।
• दामोदरन ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘रिजर्व बैंक और सरकार के बीच कई मौकों पर मतभेद रहे हैं लेकिन रिजर्व बैंक पर इसका प्रभाव नहीं पड़ा है। मुझे लगता है कि अभी भी यह कहना कि रिजर्व बैंक की स्वायत्तता कम हो रही है, गलत है।’
• उन्होंने कहा कि इससे पहले रिजर्व बैंक और सरकार के बीच मतभेदों को गवर्नर और वित्त मंत्री की निजी बैठकों में सुलटा लिया जाता था जिससे बाहर के लोगों को इसकी जानकारी नहीं हुई।
5. सरकार का दिल्ली इलेक्ट्रिक वाहन पॉलिसी लागू करने का फैसला
• दिल्ली सरकार ने राजधानी में दिल्ली इलेक्ट्रिक वाहन पालिसी लागू करने का निर्णय लिया है। इस ड्राफ्ट पालिसी को जनता की राय जानने के लिए मंगलवार को सार्वजनिक किया गया है। राजधानी की जनता से 25 दिसंबर तक राय ली जाएगी।
• नई पालिसी के अनुसार 2023 तक प्रति वर्ष कम से कम 25 प्रतिशत बिजली से चलने वाले वाहनों का पंजीकरण किया जाएगा। बिजली के आटो से चलने वाले यात्री को दस रपए की सब्सिडी मिलेगी। बिजली वाहन में लगने वाली पुरानी बैटरी को खरीदने व बेचने के लिए नोडल एजेंसी बनाई जाएगी, बैटरी को कोई स्वयं नहीं बेच पाएगा। प्रत्येक तीन किलोमीटर की दूरी पर राजधानी में बिजली वाहन के लिए बैटरी चार्ज करने की व्यवस्था की जाएगी।
• परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों से प्रदूषण बिलकुल नहीं होता है। इसलिए शुद्ध हवा में सांस लेने के लिए बिजली से चलने वाले वाहनों को प्रोत्साहन देना होगा। बिजली के दोपहिया वाहन पर 22 हजार की सब्सिडी दी जाएगी ताकि उसका मूल्य पेट्रोल के दोपहिया वाहन के बराबर हो सके।
• बिजली की दोपहिया टैक्सी को भी बढ़ावा मिलेगा। पुराने डीजल के दोपहिया वाहन को स्क्रैप में डालने पर या समाप्त करने पर 15 हजार प्रोत्साहन राशि मिलेगा। ई-कैब को पंजीकरण में सुविधा दी जाएगी। ई-रिक्शा पालिसी भी तय की गई है। ई-रिक्शा का पंजीकरण मुफ्त होगा। प्रत्येक ई-रिक्शा में नई व बेहतर बैटरी का इस्तेमाल करने को कहा जाएगा।
• नई ई-रिक्शा खरीद पर 20 हजार रपए की सब्सिडी दी जाएगी, इसे ई कैब बनाने पर ब्याज पर पांच प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। इलेक्ट्रिक बस पालिसी भी इसी नई पालिसी का हिस्सा है। इसकी शुरूआत 2019 में एक हजार इलेक्ट्रिक बस की खरीद से किया जाएगा। प्रथम पांच हजार बिजली की गाड़ी खरीद पर दिल्ली सरकार बीस हजार रपए की सब्सिडी देगी।
• बैटरी चांिर्जग की सुविधा बस डिपो, बस टर्मिनल व मेट्रो स्टेशन पर उपलब्ध कराए जाएंगे। बिजली चार्जिग स्टेशन निर्माण में दिल्ली सरकार भारी सब्सिडी रशि देगी। चार्जिग स्टेशन के लिए बिजली की दर सस्ती रखी जाएगी।
➡ NATIONAL
6. पूर्ण साक्षरता के लिए सरकार लाएगी नई नीति
• शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही सरकार ने अब पूर्ण साक्षरता के लक्ष्य को हासिल करने के लिए भी तेजी से कदम आगे बढ़ाया है। इसे लेकर जल्द ही वह नई नीति लाएगी। फिलहाल इसका मसौदा तैयार हो चुका है, जिसे मंजूरी के लिए कैबिनेट को भेज दिया गया है। इसके अगले हफ्ते तक आने की उम्मीद है।
• इस नई नीति में सरकार ने पूर्ण साक्षरता के लक्ष्य को 2022 तक हासिल करने की पूरी योजना तैयार की है। मौजूदा समय में देश में साक्षरता की दर करीब 80 फीसद के आसपास है।
• नई नीति में इसके अलावा जो अहम कदम उठाए गए है, उनमें साक्षरता के लिंगानुपात के अंतर को खत्म करना भी शामिल है। मौजूदा समय में यह अंतर 15 फीसद से भी ज्यादा है।
• वर्ष 2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक देश में पुरुषों की साक्षरता दर 80.9 फीसद और महिलाओं की साक्षरता दर 64.60 फीसद है। नीति पर काम कर रहे एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इसके तहत साक्षरता को लेकर घर-घर अभियान चलाया जाएगा।
• मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक यह नीति इसी हफ्ते कैबिनेट में पेश होनी थी, लेकिन चुनावी व्यस्तता के चलते इस हफ्ते यह बैठक नहीं हो रही है। ऐसे में अब इसे अगले हफ्ते की बैठक में रखे जाने की संभावना है।
➡ ENVIRONMENT
7. मर रहे आर्कटिक के पौधे, तेजी से बढ़ रहा तापमान
• वर्तमान में जलवायु परिवर्तन वैश्विक स्तर पर सबसे बढ़ा संकट बनता जा रहा है। इंसानी गतिविधियों का नुकसान कुदरत को भी उठाना पड़ रहा है और बदले में प्राकृति अपना ऐसा रूप दिखा रही है, जिससे यह संकट और विकराल होता जा रहा है।
• इसी कड़ी में एक और चिंताजनक परिवर्तन समाने आया है। आर्कटिक क्षेत्र में हो रही अप्रत्याशित मौसमी गतिविधियों के चलते यहां के पौधे तेजी से मर रहे हैं। वैश्विक औसत की तुलना में आर्कटिक क्षेत्र का तापमान दोगुना तेजी से बढ़ रहा है।
• जलवायु परिवर्तन से लड़ने में अक्षम हो जाएगा इकोसिस्टम : ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ शेफील्ड के वैज्ञानिकों ने पाया कि इन बदलावों के कारण पौधों के मरने से यहां जलवायु परिवर्तन का दुष्प्रभाव और बढ़ सकता है। ऐसा होने से यहां का इकोसिस्टम जलवायु परिवर्तन से लड़ने में अक्षम हो जाएगा।
• वैज्ञानिकों ने इस बदलाव को बेहद चिंताजनक बनाया है और इसके लिए उचित कदम उठाने की सलाह भी दी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि यह बदलाव यूं ही जारी रहा तो पृथ्वी पर संकट तेजी से बढ़ने लगेगा। बता दें कि इससे पहले वैज्ञानिकों ने एक शोध में कहा था कि गर्मियों में बढ़ते तापमान से आर्कटिक में हरियाली बढ़ रही है।
• जटिल हो सकती है स्थिति:- त्रेहार्न ने कहा, ‘जलवायु परिवर्तन के बहुत से मॉडल यह अनुमान भी लगाते हैं कि आर्कटिक में हरियाली बढ़ रही है और कार्बन डाईऑक्साइड का अवशोषण बढ़ रहा है। फिलहाल पिछले कुछ साल में यहां जिस गति से पौधे मरे हैं, उसे देखते हुए लगता है कि स्थिति बहुत जटिल हो सकती है।’
• प्रभाव को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं:- शोधकर्ता रैशेल त्रेहार्न ने कहा, ‘आर्कटिक के पौधे तेजी से मर रहे हैं, लेकिन अभी हमारे पास कार्बन संतुलन पर इससे पड़ने वाले प्रभाव को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं है। पौधों द्वारा कार्बन ग्रहण करने और पौधों व मिट्टी द्वारा उत्सर्जित होने वाले कार्बन के आधार पर कार्बन संतुलन परखा जाता है।
• वर्तमान समय में और भविष्य में भी वैश्विक जलवायु पर आर्कटिक की भूमिका को समझने के लिए इस बारे में जानकारी बहुत जरूरी है।’
• दो बड़ी घटनाएं:-आर्कटिक नार्वे के लोफोटेन द्वीपसमूह में अध्ययन कर रहे वैज्ञानिकों ने पाया कि इस क्षेत्र में दो बड़ी जलवायु संबंधी घटनाएं हुई हैं। एक के कारण यहां के सदाबहार पौधे मर रहे हैं और दूसरे के कारण पौधों की टहनियों व पत्तों में लाल पिगमेंट का स्तर बढ़ा है।
• शोधकर्ताओं का कहना है कि पौधों के मरने के कारण कार्बन डाईऑक्साइड को सोखने की आर्कटिक क्षेत्र की क्षमता करीब आधी हो गई है।
➡ PERSONALITY
8. मोहम्मद अजीज
अमिताभ बच्चन, गोबिन्दा मिथुन चक्रवर्ती और ऋषि कपूर सहित विभिन्न कलाकारों के लिए पाश्र्वगायन कर चुके गायक मोहम्मद अजीज का मंगलवार को निधन हो गया। वह 64 वर्ष के थे।
Source of the News (With Regards):- compile by Dr Sanjan,Dainik Jagran(Rashtriya Sanskaran),Dainik Bhaskar(Rashtriya Sanskaran), Rashtriya Sahara(Rashtriya Sanskaran) Hindustan dainik(Delhi), Nai Duniya, Hindustan Times, The Hindu, BBC Portal, The Economic Times(Hindi& English)