Daily General Awareness/CA Details in Hindi – 30 Nov

By | November 30, 2018

दैनिक समसामयिकी – 30 November 2018(Friday)

INTERNATIONAL/BILATERAL
1.वैश्विक समृद्धि सूचकांक में नेपाल-श्रीलंका से पीछे भारत, इस क्षेत्र में पिछड़े हम
• बुधवार को अंतरराष्ट्रीय थिंक-टैंक लेगाटम इंस्टीट्यूट ने अपना 12वां सालाना वैश्विक समृद्धि सूचकांक जारी किया। धरती पर मौजूद सबसे समृद्ध देश की पहचान के लिए इसने अपने मानदंडों में सौ से ज्यादा बातें शामिल कीं।
• सबसे समृद्ध देश के रूप में नॉर्वे शीर्ष पर है। पिछले नौ साल में आठ बार उसने अपना स्थान बरकरार रखा। केवल 2016 में न्यूजीलैंड ने उसे नीचे धकेल दिया था। 149 देशों के इस सूचकांक में भारत समग्र रूप से 94वें पायदान पर है।
• सूचकांक को तैयार करने के लिए अपनाए गए 100 मानकों को नौ स्तंभों के आधार पर आंका गया। इसके तहत भारत आर्थिक गुणवत्ता में 58वें पायदान पर, कारोबारी माहौल में 51वां स्थान, प्रशासन में 40वां, निजी स्वतंत्रता में 99वां, सामाजिक पूंजी में 102वां, संरक्षण और सुरक्षा में 104वां, शिक्षा में 104वां, स्वास्थ्य में 109वां और प्राकृतिक पर्यावरण में 130वां स्थान हासिल है।
• सौ मानकों में प्रति व्यक्ति जीडीपी से लेकर कितने लोगों को पूर्णकालिक रोजगार मिला हुआ है, सुरक्षित इंटरनेट सर्वर कितने हैं, लोग खुद को कितना खुशहाल समझते हैं, जैसी तमाम बातें इसका आधार बनीं।
• जिस देश में सेहत को ही सबसे बड़ी समृद्धि माना जाता हो, सूचकांक के मुताबिक उस क्षेत्र में भारत बहुत नीचे के पायदान पर है।
• स्वास्थ्य में पहले पायदान पर सिंगापुर है और अंतिम पायदान पर सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक है। भारत यहां शीर्ष 100 स्वस्थ देशों में भी जगह नहीं बना पाया और 109वें स्थान पर है। अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश भी दस सबसे ज्यादा स्वस्थ देशों में शामिल नहीं हो सके हैं।
• सूची में शामिल देशों की स्वास्थ्य दर निर्धारित करने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं, जीवन प्रत्याशा दर, टीकाकरण दर, बीमारियों का स्तर, मधुमेह और मोटापे जैसे मानकों को आधार बनाया गया है।
पहले से बेहतर
भारत, तजाकिस्तान और लाओस जैसे देशों में पिछले कुछ दशकों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हुई हैं। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में बुनियादी स्वच्छता और स्वास्थ्य सुविधाओं तक लोगों की पहुंच भी एक बड़ा कारण है जिसके परिणामस्वरूप जीवन प्रत्याशा दर में सुधार हुआ है।
पश्चिमी यूरोप के लोग स्वास्थ्य सेवा प्रणाली से दुनिया में सबसे ज्यादा नाखुश हैं। दुनिया में सबसे मोटे दस में से नौ लोग मिडिल ईस्ट और नॉर्थ अफ्रीका के देशों में हैं। ज्यादातर पश्चिमी देशों में से ऑस्ट्रेलिया इकलौता स्वस्थ देश है जो शीर्ष 12 में शामिल है।
पिछले 11 साल में विश्व में समृद्धि बढ़ रही है, जो एक अच्छी खबर है। दुखद यह है कि खुशहाली और बदहाली के बीच की खाई भी गहरी हुई है। इसे दूर करना बड़ी चुनौती है।

सबसे बड़ी छलांग
एशिया प्रशांत क्षेत्र के देशों में इस सूचकांक में तरक्की करने वाले देशों में भारत अव्वल है। 2013 में यह 113वें पायदान पर था। पांच साल के दौरान इसने 19 स्थानों की बढ़त हासिल की है। रिपोर्ट में इस बात की सराहना की गई है।

2. अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन विस्तार : जर्मनी का भारत को समर्थन
• प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘‘एक विश्व, एक सूर्य, एक ग्रिड’ के विजन के तहत अज्रेंटीना में जी20 देशों के समूह की बैठक में अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के विस्तार का मुद्दा उठाए जाने से पहले जर्मनी ने भी इसकी वकालत की है। भारत में जर्मनी के राजदूत मार्टिन नेय ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘यह अच्छा विचार है।
• इसके गठन के बाद से ही यह महसूस किया जा रहा है कि इस गठबंधन का विस्तार किया जाना चाहिए। इसमें और देशों को भी शामिल किए जाने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि जर्मनी जैसे देश भी इसमें शामिल हों और इसे देखते हुए जर्मनी ने इसकी सदस्यता के लिए आवेदन किया है।
• मोदी द्वारा शुरू किए गए अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में 121 सदस्य हैं और यह गठबंधन सौर ऊर्जा के अधिक से अधिक इस्तेमाल के लिए काम करता है।
• विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रधानमंत्री के जी 20 देशों के समूह की बैठक में हिस्सा लेने के लिए अज्रेंटीना रवाना होने की पूर्व सन्ध्या पर कहा था कि इस बैठक में प्रधानमत्री अन्य देशों को भी सौर गठबंधन में शामिल करने का मुद्दा उठाएंगे।
• गठबंधन के देशों की गत अक्टूबर में हुई पहली बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि इसकी सदस्यता संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों के लिए खोली जानी चाहिए।
• एक सवाल के जवाब में राजदूत नेय ने कहा कि यूरोपीय संघ और भारत के बीच मुक्त व्यापार समझौता काफी महत्वपूर्ण होगा। मोदी के अज्रेंटीना में जर्मनी की चांसलर एंजला मर्केल से मिलने की भी संभावना है।

3. जी-20 के पहले योग कार्यक्रम और प्रिंस से मुलाकात, अब चुनौतियों पर चर्चा करेंगे पीएम मोदी
• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने गुरुवार को अर्जेटीना पहुंचे। जहां वह देश और दुनिया के सामने अगले दशक में आने वाली चुनौतियों से निपटने के तौर-तरीकों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत जी-20 के नेताओं के साथ चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर बताया, ‘प्रधानमंत्री 24 घंटे की लंबी यात्रा के बाद ब्यूनस आयर्स पहुंच गए हैं।
• सम्मेलन से पहले पीएम मोदी ने योग कार्यक्रम में शिरकत की। इसके अलावा उन्होंने सउदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और संयुक्त राष्ट्र महासचिव से भी मुलाकात की। मोदी ने ब्यूनस आयर्स में आयोजित ‘शांति के लिए योग’ कार्यक्रम में भाग लिया।
• इस दौरान सैंकड़ों लोगों ने योग कला का प्रदर्शन किया। इस दौरान संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अगर इंसान के मन में शांति होगी तो परिवार, समाज और देश में भी शांति होगी। उन्होंने कहा कि योग, विश्व को भारत की ओर से स्वास्थ्य और शांति का तोहफा है।
• योग कार्यक्रम के अलावा पीएम मोदी ने सउदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से द्विपक्षीय वार्ता की। इसके अतिरिक्त पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ महासचिव एंटोनियो गुटेरस से भी मुलाकात की।
• दुनिया के 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के समूह जी-20 का 13वां शिखर सम्मेलन 30 नवंबर और एक दिसंबर को हो रहा है। भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन की दादागीरी के बीच प्रधानमंत्री मोदी शिखर सम्मेलन से इतर ट्रंप और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो एबी के साथ त्रिपक्षीय वार्ता भी करेंगे।
• चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल से भी उनकी मुलाकात होगी। जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अब मुलाकात नहीं होगी।
• यूक्रेन के खिलाफ रूस के आक्रामक रवैये के चलते ट्रंप ने पुतिन के साथ अपनी मुलाकात को रद कर दिया है। गुरुवार को ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि रूस ने यूक्रेन नौसेना के जहाज और उसके कर्मचारियों को नहीं छोड़ा है, जिसकी वजह से वह मुलाकात रद कर रहे हैं।
• हालांकि, ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात होगी। इन दोनों नेताओं की यह मुलाकात इसलिए अहम है क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार छिड़ा हुआ है। दोनों ही देश एक-दूसरे के कई उत्पादों पर भारी आयात शुल्क लगा चुके हैं।

4. ब्यूनस आयर्स में ड्रैगन को घेरने की तैयारी! प्रशांत व हिंद महासागर में चीनी दखल से चिंतित मुल्कअ
• प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अर्जेटीना के शहर ब्यूनस आयर्स में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 28 नवंबर से दो दिसंबर तक अर्जेंटीना की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वह चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और अन्य राष्ट्रों के नेताओं से मुलाकात करेंगे।
• इसके इतर दुनिया की नजर प्रधानमंत्री मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो एबी के बीच इस हफ्ते के आखिर में त्रिपक्षीय बातचीत पर भी होगी। इन प्रमुख नेताओं से मुलाकात को जी-20 की बैठक से जोड़ कर देखा जा रहा है। जी-20 की बैठक इसलिए भी अहम मानी जा रही है, क्यों कि भारत प्रशांत और हिंद क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभुत्वै व विस्ताीर से चिंतित है।
• प्रशांत क्षेत्र में चीन का कई अन्यक देशों से मतभेद और विवाद चल रहा है। चीन पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता रहा है। इसे लेकर वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान के बीच टकराव है। क्यों ‍कि इन देशों के आर्थिक हित इस सागर से जुड़े हैं।
• इसी तरह से पूर्वी चीन सागर में जापान के साथ भी उसका विवाद है। दरअसल, इस समुद्री रास्ते से सालाना लगभग तीन खरब डॉलर का व्यापार होता है। दक्षिण चीन सागर खनिज, तेल और अन्य प्राकृतिक संसाधनों के लिहाज से अत्यलधिक उपयोगी है। भारत हिंद महासागर समेत प्रशांत क्षेत्र में चीनी दखल का लगातार विरोध करता आया है। उसने कई अंतरराष्ट्री य मंचों पर चीनी रवैये का विरोध किया है।
• जी-20 बैठक में एक बार फ‍िर यह मुद्दा गरमा सकता है। जी-20 के सदस्यह देश इस मामले को लेकर सख्त रूख अपना सकते हैं। ऐसे में भारत और वियतनाम या भारत और जापान का क़रीब आना चीन के लिए चिंता की बात है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में चीन का क्या स्टैं ड होता है।
• इस साल जून में सिंगापुर में आयोजित शांगरीला संवाद में प्रधानमंत्री मोदी के स्टैं।ड से यह साफ था कि भारत इस क्षेत्र को रणनीतिक या कुछ देशों के क्लब के रूप में नहीं देखता। इस क्षेत्र को वह अवसरों और चुनौतियों से भरा एक प्राकृतिक क्षेत्र मानता है।
• उन्होंने इस क्षेत्र में मुक्त और स्थिर अंतरराष्ट्रीय व्यापार व्यवस्था पर जोर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी दुनिया में ईंधन के मूल्यों में अस्थिरता के खतरे को इस बैठक में उठा सकते हैं। इसके अलावा आतंकवाद के वित्त पोषण तथा धनशोधन का मामला भी भारत उठा सकता है।
• डब्ल्यूटीओ को मजबूत करने के मुद्दे पर यानी डब्ल्यूटीओ के सुधार पर भी चर्चा हो सकती है। जी-20 की बैठक ऐसे समय हो रही है जब अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध चरम पर है। इसलिए यह कयास लगाया जा रहा है कि दोनों देशों के बीच चल रहे व्याकपारिक गतिरोध का मामला यहां उठ सकता है।
• अमेरिकी राष्ट्रचपति के चीनी रूख को देखते हुए लोगों की नजर इस बैठक पर टिकी है।

5. अमेरिकी सीनेट से राष्ट्रपति ट्रंप को झटका : यमन प्रस्ताव को आगे बढ़ाया
• अमेरिकी सीनेट ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जबरदस्त झटका देते हुए उस प्रस्ताव को आगे बढ़ाया है जो यमन में सऊदी अरब की अगुवाई वाले अभियान के लिए अमेरिकी सैन्य समर्थन को खत्म कर देगा।व्हाइट हाउस ने इस विधेयक को खारिज कराने की हर संभव कोशिश की है।
• ‘‘द हिल मैगजीन’ के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन ने प्रस्ताव को आगे बढ़ने से रोकने के लिए बुधवार को 11 घंटे की लॉबिंग शुरू की। सुबह रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस और विदेश मंत्री माइक पोम्पियो को कैपिटल हिल भेजकर और मतदान शुरू होने से एक घंटे से भी कम समय पहले वीटो की धमकी देकर ट्रंप सरकार ने प्रस्ताव को आगे बढ़ने से रोकने के भरपूर प्रयास किए। लेकिन, सांसदों ने वाशिंगटन पोस्ट पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या पर छिड़े विवाद के बीच प्रस्ताव को आगे बढ़ाया।
• इसके पक्ष में 63 और विरोध में 37 वोट पड़े। हालांकि, ट्रंप प्रसाशन ने सऊदी अरब का साथ देने का संकल्प जताया है। विदेशी संबंध समिति के चेयरमैन सीनेटर बॉब कॉर्कर ने कहा, इस मुद्दे पर व्हाइट हाउस और विदेश विभाग से बहुत सारे बयान आए हैं।

NATIONAL
6. उच्च न्यायपालिका खो रही आभा
• भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) रंजन गोगोई ने युवा वकीलों के न्यायाधीश बनने की अनिच्छा को लेकर बृहस्पतिवार को ‘‘आशंका’ जाहिर की और कहा कि इसके पीछे एक कारण यह है कि उच्च न्यायपालिका अपनी ‘‘आभा और महिमा खो रही है।’
• प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ जैसे अच्छे न्यायाधीश जा रहे हैं और उनके विकल्प की जरूरत है जिसके लिए उच्चतम न्यायालय का कॉलेजियम बेहतर लोगों की तलाश में दिन प्रतिदिन काम कर रहा है।
• न्यायमूर्ति जोसेफ बृहस्पतिवार को सेवानिवृत्त हुए है। उन्होंने कहा,‘‘अच्छे न्यायाधीश जा रहे हैं। हमें विकल्पों की जरूरत हैं और इसे मैं बार के साथ साझा करना चाहता हूं। मुझे डर है। मुझे आशंका है। बार के युवा वकील न्यायाधीश बनने के इच्छुक नहीं हैं।
• सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) द्वारा न्यायमूर्ति कुरियन के लिए आयोजित विदाई कार्यक्रम में प्रधान न्यायाधीश ने कहा, इसका एक कारण यह भी है कि उच्च न्यायपालिका में न्यायाधीश का कार्यालय अपनी आभा और महिमा को खो रहा है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायपालिका की आभा और महिमा थीं जिसने बार की प्रतिभा को आकर्षित किया क्योंकि वकील कड़ी मेहनत करने और पैसों के मामले में बलिदान के इच्छुक होते थे।
• कार्यक्रम को संबोधित करते हुए न्यायमूर्ति कुरियन ने भी युवा वकीलों को प्रोत्साहित करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा, न्यायमूर्ति (दिवंगत) वीएस मालिमाथ ने एक बार मुझसे कहा था जिसे मैं हमेशा याद रखता हूं कि जब युवा अदालत के समक्ष बहस करते हैं और अच्छा काम कर रहे हों, तो हमें उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए और उनकी तारीफ करनी चाहिए। यह उन्हें प्रोत्साहित करेगा, प्रेरणा देगा और उनके जीवन को आगे बढाने में मदद करेगा।
• न्यायपालिका के क्षेत्र में बिताए अपने कई वर्षों के बारे में बात करते हुए न्यायमूर्ति कुरियन ने कहा, ‘‘मेरी अन्तरात्मा साफ है। मैं अपना सिर ऊंचा रख सकता हूं। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ काम किया है। हो सकता है मैं निपुण नहीं हूं, कोई भी निपुण नहीं हो सकता।’

SCIENCE
7. भारत ने स्वदेशी हायसिस और 30 विदेशी उपग्रहों को कक्षा में स्थापित किया
• भारत के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) ने गुरुवार को पृवी की निगरानी करने वाले देश के हाइपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग उपग्रह (हायसिस) और आठ देशों के 30 छोटे उपग्रहों को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया है। इस प्रक्रिया में भारत ने 250 विदेशी उपग्रहों को लॉन्च और कक्षा में प्रवेश कराने के मील का पत्थर पार कर लिया है।
• भारत अब तक 269 विदेशी उपग्रहों की कक्षा में प्रवेश करा चुका है। हायसिस को प्रक्षेपण के 17 मिनट 27 सेकंड बाद कक्षा में स्थापित कर दिया गया। यह मिशन इसरो के सबसे लंबे मिशनों में से एक था। इसकी मिशन अवधि पांच साल की है और इसका प्रमुख उद्देश्य विद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम के अवरक्त (इन्फ्रारेड) और शॉर्टवेव अवरक्त क्षेत्रों के नजदीक दृश्य पृथ्वी की सतह का अध्ययन करना है।
• हायसिस के साथ जिन उपग्रहों को रवाना किया गया है उनमें आठ देशों के 29 नैनो और एक माइक्रो उपग्रह शामिल हैं। इनमें 23 उपग्रह अमेरिका के और एक-एक उपग्रह ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, कोलंबिया, फिनलैंड, मलेशिया, नीदरलैंड और स्पेन के हैं।
• इन सभी उपग्रहों को इसरो की वाणिज्यिक शाखा एंट्रिक्स कॉपरेरेशन लिमिटेड के माध्यम से वाणिज्यिक संविदा के तहत प्रक्षेपित किया गया है। रॉकेट मिशन का उल्लेखनीय पहलू उपग्रहों को दो अलग-अलग कक्षाओं में स्थापित करना है, जिसमें से एक उपग्रह ऊपरी कक्षा और अन्य निचली कक्षा में स्थापित किए जाने थे।
• रॉकेट के सफलतापूर्ण प्रक्षेपण के बाद इसरो के अध्यक्ष के सिवान ने कहा, एक बार फिर भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन दिया।

8.‘‘गगनयान’ अभियान को स्वदेशी बनाने की योजना : इसरो
• भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के सिवन ने यहां गुरुवार को कहा कि संगठन देश में उपलब्ध सुविधाओं का इस्तेमाल कर अपने महत्वाकांक्षी मानव अभियान ‘‘गगनयान’ को ‘‘अधिक से अधिक’ स्वदेशी बनाना चाहता है ।
• इसरो के पृवी अवलोकन उपग्रह ‘‘हाइसिस’ (हाइपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटेलाइट) और 30 अन्य उपग्रहों को सफलतापूर्वक लॉन्च करने के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिवन ने कहा कि अंतरिक्ष एजेंसी को कुछ परीक्षणों के लिए बाहरी मदद लेनी पड़ सकती है। उन्होंने कहा, हम भारत में उपलब्ध अधिकतम सुविधाओं का इस्तेमाल करना चाहते हैं और हम इसे अधिक से अधिक स्वदेशी बनाना चाहते हैं।
• इसरो प्रमुख ने कहा, 2022 तक प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) के (अंतरिक्ष में मानव को भेजने के) की परिकल्पना को साकार करने के लिए कुछ परीक्षण के लिए हम विदेश जा सकते हैं। लेकिन अभी हमने यह तय नहीं किया है। अंतरिक्ष एजेंसी दिसंबर 2020 तक गगनयान परियोजना के तहत पहला मानव रहित कार्यक्रम शुरू करने का लक्ष्य रखा है।
• अगर गगनयान सफल होता है, तो भारत इस उपलब्धि को हासिल करने वाला चौथा राष्ट्र बन जाएगा। इसरो की भविष्य की योजना के बारे में सिवन ने कहा,अगले वर्ष के लिए, हमारे पास 12-14 अभियान की योजना है।

9. 138 साल में 2018 चौथा सबसे गर्म साल रहेगा
• पिछले 138 साल में 2018 चौथा सबसे गर्म साल होगा। विश्व मौसम संगठन के अनुसार जलवायु परिवर्तन के कारण इस साल खराब मौसम के चलते दुनियाभर में कई जगह तबाही हुई।
• साल के शुरुआती 10 महीनों में औसत तापमान प्री-इंडस्ट्रियल बेसलाइन से एक डिग्री ऊपर दर्ज किया गया है।

ECONOMY
10. समुद्री अर्थव्यवस्था आर्थिक विकास के लिए अहम
• पोत परिहवन मंत्री नितिन गडकरी ने समुद्री अर्थव्यवस्था को भारतीय आर्थिक विकास कार्यक्रमों का महत्वपूर्ण अंग करार देते हुए कहा है कि उनकी सरकार ‘‘सागरमाला’ परियोजना के तहत समुद्र आधारित आर्थिक क्षमता को बढ़ाने के लिए जरूरी कदम उठा रही है।
• गडकरी ने केन्या के नैरोबी में समुद्री अर्थव्यवस्था पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के आर्थिक विकास कार्यक्रमों को समुद्री अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है। भारत का 95 फीसद से अधिक कारोबार समुद्र के जरिए होता है।
• केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत ¨हद महासागर तटीय सहयोग संघ (आईओआरए) की रूपरेखा के जरिए समुद्रीय अर्थव्यवस्था को वहनीय, समावेशी और जन-आधारित तरीके से प्रोत्साहित करने के पक्ष में है।
• आईओआरए एक ऐसा संगठन है, जो क्षेत्रीय सहयोग और अंतरमहाद्वीपीय व्यापार में तेजी लाने के उद्देश्य से ¨हद महासागर से जुड़े एशिया, अफ्रीका और आस्ट्रेलिया महाद्वीपों को एक मंच पर लाने में अहम भूमिका निभाता है।उन्होंने कहा कि समुद्री संसाधनों के विकास पर उनकी सरकार विशेष ध्यान दे रही है।
• भारत के राष्ट्रीय ध्वज में बना हुआ नीला चक्र भारत की समुद्री अर्थव्यवस्था की क्षमता को दर्शाता है और उनका मंत्रालय इस क्षमता का भरपूर उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है। गडकरी ने कहा कि समुद्री अर्थव्यस्था को मजबूत बनाने के लिए उनकी सरकार ने महत्वाकांक्षी ‘‘सागरमाला’ योजना शुरू की है और इसके तहत 600 से अधिक परियोजनाओं की पहचान की गई है, जिनमें 2020 तक लगभग आठ लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जाना है।

11. एनटीपीसी में विनिवेश की तैयारी
• सरकार बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी में दिसम्बर में कम से कम 3.25 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। इससे सरकारी खजाने को 3,800 करोड़ रूपये जुटाने में मदद मिलेगी। इससे पहले, मंत्रिमंडल ने एनटीपीसी में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने को मंजूरी दी थी।
• इसमें से 6.75 प्रतिशत हिस्सेदारी पिछले साल अगस्त में बेची गई। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘एनटीपीसी की बिक्री पेशकश अगले महीने लाने की योजना है। कम से कम 3.25 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची जाएगी। इसमें अधिक अभिदान मिलने पर ज्यादा हिस्सेदारी बेचने का विकल्प है।
• इस बारे में निवेशकों की मांग के आधार पर निर्णय किया जाएगा।’ मौजूदा बाजार भाव पर एनटीपीसी में 3.25 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री से सरकारी खजाने को 3,800 करोड़ रूपये मिलेंगे। अधिकारी ने कहा, ‘‘मर्चेन्ट बैंकर एनटीपीसी के लिये घरेलू स्तर पर प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
• निवेशक मांग के आधार पर हिस्सेदारी बिक्री की मात्रा तय की जाएगी।’ सरकार की फिलहाल एनटीपीसी में 61.77 प्रतिशत हिस्सेदारी है। एनटीपीसी में 6.75 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री से सरकार ने पिछले साल 9,200 करोड़ रूपये जुटाए थे।

PERSONALITY
12. मैग्नस कार्लसन
• नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन लगातार चौथी बार शतरंज के वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं। 27 साल के कार्लसन ने 26 साल के अमेरिकी चैलेंजर फाबियो कारुआना को टाइब्रेकर में 3-0 से हराया। दोनों खिलाड़ियों के बीच क्लासिकल फॉर्मेट के सभी 12 मुकाबले ड्रॉ रहे थे। इसके बाद टाइब्रेकर खेला गया। इसमें कार्लसन ने लगातार तीन मुकाबले अपने नाम कर वर्ल्ड चैंपियनशिप जीत ली।
• कार्लसन इससे पहले 2013, 2014 और 2016 में भी चैंपियन बने थे। दो बार उन्होंने चैंपियनशिप मैच में भारत के विश्वनाथन आनंद को हराया था। कारुआना 1972 के बाद पहले अमेरिकन वर्ल्ड चैंपियन बनने की कोशिश में थे। 1972 में अमेरिका के बॉबी फिशर ने सोवियत संघ के बोरिस स्पास्की को हराकर खिताब जीता था।
• मैच के बार कारुआना ने कहा, ‘यह मेरे लिए बुरा दिन था। मैं चुनौती भी नहीं दे पाया।’

Source of the News (With Regards):- compile by Dr Sanjan,Dainik Jagran(Rashtriya Sanskaran),Dainik Bhaskar(Rashtriya Sanskaran), Rashtriya Sahara(Rashtriya Sanskaran) Hindustan dainik(Delhi), Nai Duniya, Hindustan Times, The Hindu, BBC Portal, The Economic Times(Hindi& English)

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