दैनिक समसामयिकी – 20 November 2018(Tuesday)
➡ INTERNATIONAL/BILATERAL
1.संसद में फिर अविश्वास प्रस्ताव लाएं : सिरीसेना
• श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना ने सांसदों से सरकार के खिलाफ फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाने को कहा है, क्योंकि उन्होंने शुक्रवार को लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को असंवैधानिक करार दिया है।
• राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से सोमवार को जारी वक्तव्य के मुताबिक रविवार की शाम सिरीसेना ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि वह सरकार के खिलाफ अविास प्रस्ताव पर तभी निर्णय लेंगे, जब उसके लिए नाम के जरिये या फिर इलेक्ट्रॉनिक मशीन के माध्यम से वोट डाले गए हों।
• उन्होंने कहा कि स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मतदान करने की यही सबसे स्वीकार्य पद्धति है। सिरीसेना की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में राष्ट्रपति की ओर से नवनियुक्त महिंदा राजपक्षे और बर्खास्त किए गए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे भी मौजूद थे।
• संसद के अध्यक्ष कारू जयसूर्या ने गत शुक्रवार को कहा था कि सरकार के खिलाफ संसद में दूसरी बार लाया गया अविश्वास प्रस्ताव बहुमत से पारित हो गया है। इसे पेश करने के दौरान हालांकि संसद में हिंसा का सहारा लिया गया और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी मौजूद थे।
• सरकार ने इस मतदान को अवैध ठहराते हुए इसे खारिज कर दिया। सरकार का कहना था कि अध्यक्ष ने अविास प्रस्ताव पेश करने के लिए बुनियादी संसदीय प्रक्रिया भी नहीं अपनाई।
• श्रीलंका में गत 26 अक्टूबर से ही राजनीतिक भूचाल आया हुआ है। राष्ट्रपति सिरीसेना ने उस दिन मंत्रिमंडल भंग कर दिया तथा विक्रमसिंघे को प्रधानमंत्री पद से हटाकर पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को नया प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया।
• उन्होंने साथ ही नई कार्यवाहक सरकार का भी गठन कर दिया था।
2. झांसी के बबीना में शुरू हुआ भारत- रूस संयुक्त सैन्य अभ्यास
• उत्तर प्रदेश में झांसी के बबीना सैन्य स्टेशन में सोमवार को भारत और रूस के बीच 10वां संयुक्त सैन्य अभ्यास ” इंद्र-2018″ शुरू हो गया। संयुक्त सैन्य अभ्यास के उद्घाटन समारोह में रूस संघ की 5वीं सेना तथा भारतीय सेना की ओर से मेकेनाइज्ड इंफैंट्री बटालियन की कंपनी साइज की सैन्य टुकरियों ने भाग लिया।
• दोनों देशों की सेनाओं के बीच यह युद्धाभ्यास 18 से 28 नवंबर के बीच 11 दिनों तक चलेगा। इस सैन्य अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियों द्वारा संयुक्त योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करना तथा दोनों देशों की सैन्य युद्धक रणनीतियों व सैन्य हथियारों को समझना है।
➡ ECONOMY
3. RBI और सरकार में सहमति के संकेत
• सरकार और रिजर्व बैंक के बीच तनातनी का जो माहौल बना हुआ था, वह फिलहाल सोमवार को अस्थाई रूप से ठंडा पड़ गया। रिजर्व बैंक के पास पूंजी का कितना आरक्षित भंडार रहना चाहिए, इस विवादित मुद्दे को एक विशेषज्ञ समिति के हवाले करने पर दोनों के बीच सहमति बनी है।
• छोटे उद्योगों के फंसे कर्ज के पुनर्गठन के मुद्दे पर केन्द्रीय बैंक खुद विचार करेगा। रिजर्व बैंक के केंद्रीय निदेशक मंडल की सोमवार की बहुचर्चित बैठक नौ घंटे तक चली। इस बैठक में रिजर्व बैंक के पास आरक्षित पूंजी कोष की उचित सीमा तय करने के लिए जिस विशेषज्ञ समिति के गठन पर सहमति बनी है, उसके सदस्यों के बारे में सरकार और रिजर्व बैंक दोनों मिलकर फैसला करेंगे।
• बैठक के बाद केन्द्रीय बैंक की जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि निदेशक मंडल ने आर्थिक पूंजी ढांचे की रूपरेखा (ईसीएफ) के परीक्षण के लिए एक विशेषज्ञ समिति गठित करने का फैसला किया है।
• समिति के सदस्यों उसकी कार्य शर्तों को सरकार और रिजर्व बैंक दोनों मिलकर तय करेंगे।’ रिजर्व बैंक का पूंजी आधार इस समय 9.69 लाख करोड़ रपए है।
• रिजर्व बैंक के स्वतंत्र निदेशक और स्वदेशी विचार एस. गुरुमूर्ति तथा वित्त मंत्रालय चाहते हैं कि इस कोष को नियंत्रण मानकों के अनुरूप कम किया जाना चाहिए।
4. नई सेज नीति में बदलाव की सिफारिशें
• भारत की वर्तमान सेज (विशेष आर्थिक जोन) नीति के अध्ययन के लिए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा बाबा कल्याणी की अध्यक्षता में गठित की गई समिति ने अपनी रिपोर्ट आज नई दिल्ली में केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग और नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु को सौंप दी।
• रिपोर्ट में समिति ने मौजूदा सेज नीति में बुनियादी बदलाव की सिफारिश की है। समिति को सेज नीति का आकलन करने एवं इसे विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के मानकों के अनुरूप बनाने, सेज की खाली पड़ी भूमि का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के उपाय सुझाने, अंतर्राष्ट्रीय अनुभवों के आधार पर सेज नीति में आवश्यक बदलाव सुझाने और तटीय आर्थिक जोन, दिल्ली-मुंबई आर्थिक कॉरिडोर, राष्ट्रीय औद्योगिक विनिर्माण जोन एवं टेक्सटाइल पार्कों जैसी अन्य सरकारी योजनाओं के साथ सेज नीति का विलय करने के बारे में सुझाव देने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
• वाणिज्य मंत्री को रिपोर्ट सौंपते हुए भारत फोर्ज लिमिटेड के चेयरमैन बाबा कल्याणी ने कहा कि यदि भारत को वर्ष 2025 तक 5 लाख करोड़ (ट्रिलियन) डॉलर की अर्थव्यवस्था में तब्दील होना है तो विनिर्माण क्षेत्र में प्रतिस्पर्धी क्षमता के साथ-साथ सेवाओं से जुड़े मौजूदा परिवेश में भी बुनियादी बदलाव सुनिश्चित करने होंगे।
• उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और इससे जुड़ी सेवाओं के क्षेत्र में मिली उल्लेखनीय कामयाबी को स्वास्य सेवा, वित्तीय सेवाओं, कानूनी, मरम्मत और डिजाइन सेवाओं जैसे अन्य सेवा क्षेत्रों (सेक्टर) में भी सुनिश्चित करना होगा।
• भारत सरकार ने अपने प्रमुख कार्यक्रम ‘‘मेक इन इंडिया’ के तहत वर्ष 2022 तक 100 मिलियन रोजगारों को सृजित करने और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में विनिर्माण क्षेत्र की 25 प्रतिशत हिस्सेदारी सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा है।
• इसके अलावा, सरकार ने विनिर्माण क्षेत्र से जुड़े मूल्य को वर्ष 2025 तक बढ़ाकर 1.2 ट्रिलियन डॉलर करने की योजना बनाई है।सुरेश प्रभु ने समिति के साथ अपने संवाद के दौरान कहा कि समिति के सुझाव अतंत रचनात्मक हैं और वाणिज्य मंत्रालय जल्द ही वित्त मंत्रालय एवं अन्य मंत्रालयों के साथ औपचारिक सलाह-मशविरा शुरू कर देगा, ताकि विलम्ब हुए बिना ही समिति की सिफारिशों पर अमल संभव हो सके।
5. औद्योगिक पार्क रेटिंग प्रणाली से उद्योग की विनिर्माण क्षमता सुधरेगी
• औद्योगिक पार्क रेटिंग प्रणाली विकसित करने से उद्योग की प्रतिस्पर्धा की स्थिति सुधरेगी और साथ ही विनिर्माण क्षेत्र को प्रोत्साहित किया जा सकेगा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने सोमवार को यह बात कही।
• प्रभु ने कहा कि उनका मंत्रालय चार स्तंभों के आधार पर देश में औद्योगिक पाकरें के आकलन के लिए पण्राली बना रहा है। ये चार स्तंभ हैं, आंतरिक और बाहरी ढांचा, संपर्क, पर्यावरण एवं सुरक्षा प्रबंधन और कारोबार के समर्थन वाली सेवाएं।
• मंत्री ने कहा कि इस तरह की पण्राली से देश के लगभग सभी राज्यों में बने औद्योगिक पाकरें के ढांचे को सुधारा जा सकेगा। देश में औद्योगिक पार्कों की संख्या करीब तीन हजार है।
➡ SCIENCE
6. चीन द्वारा कृत्रिम सूरज का बनाने की तैयारी
• चीन एक कृत्रिम सूरज का बनाने की तैयारी में लगा हुआ है। खास बात यह है कि कृत्रिम सूरज असली सूरज के मुकाबले 6 गुना ज्यादा गर्म होगा। चीन की एकेडमी ऑफ साइंस से जुड़े इंस्टीट्यूट ऑफ प्लाजमा फिजिक्स के मुताबिक, कृत्रिम सूरज की टेस्टिंग जारी है।
• इसे एक्सपेरिमेंटल एडवांस्ड सुपरकंडक्टिंग टोकामक (ईस्ट) नाम दिया गया है। जहां असली सूरज का कोर करीब 1.50 करोड़ डिग्री सेल्सियस तक गरम होता है, वहीं चीन का यह नया सूरज 10 करोड़ डिग्री सेल्सियस तक की गरमी पैदा कर सकेगा।
• स्वच्छ ऊर्जा पैदा करने के मकसद से कृत्रिम सूरज के निर्माण की तैयारी की जा रही है। इसे बिल्कुल असली सूरज की तरह डिजाइन किया गया है।
7. वैज्ञानिकों ने ‘‘वैक्यूम’ से भेजे इलेक्ट्रॉन : प्रत्येक कम्प्यूटर और फोन में सिलिकॉन से बने लाखों से करोड़ों इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजिस्टर होते है
• ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक ने क्रांतिकारी ट्रांजिस्टर प्रौद्योगिकी के तहत इलेक्ट्रॉनों को वैक्यूम (खाली जगह) से भेजकर एक ऐसी डिवाइस बनाई है जिसकी मदद लेने से सेमीकंडक्टर के उपयोग की जरूरत नहीं पड़ेगी और इसके गर्म होने का खतरा कम होगा।
• समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने ‘‘रॉयल मेलबर्न इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी’ की प्रमुख शोधकर्ता श्रुति निरंतर के हवाले से बताया कि यह इलेक्ट्रॉनों को सिलिकॉन की अपेक्षा संकुचित वैक्यूम से भेजता है।
• निरंतर ने कहा,‘‘प्रत्येक कम्प्यूटर और फोन में सिलिकॉन से बने करोड़ों से लाखों इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजिस्टर होते है लेकिन यह प्रौद्योगिकी अपनी भौतिक सीमा पर पहुंच गई है, जहां सिलिकॉन के अणु करंट प्रवाहित होने के रास्ते में मिलते हैं जिससे गर्मी बढ़ जाती है और गति कम हो जाती है।’
• उन्होंने कहा, ‘‘हमारी वायु माध्यम ट्रांजिस्टर प्रौद्योगिकी में करंट हवा के माध्यम से जाएगा, तो इसे धीमा करने के लिए कोई अवरोध नहीं होगा और उष्मा उत्पन्न करने के लिए कोई पदार्थ नहीं लगा है।’शोध दल के प्रमुख एसोसिएट प्रोफेसर शरत श्रीराम ने कहा कि अणुओं से भरे पारंपरिक ठोस ट्रांजिस्टर से इलेक्ट्रॉनों को गुजारना बिल्कुल एक भीड़ भरी गली से गुजरने जैसा है।
• शरत ने कहा, ‘‘भीड़ आपकी गति कम करती है और आपकी ऊर्जा को खत्म करती है। वहीं दूसरी तरफ वैक्यूम में यात्रा करना एक खाली राजमार्ग पर यात्रा करने जैसा है, जहां आप ऊंची ऊर्जा क्षमता के साथ तेज गाड़ी चला सकते हैं।’
• प्रमुख लेखक निरंतर ने कहा कि एक बाल की मोटाई से 50,000 गुना पतले खाली स्थानों से इलेक्ट्रॉनों को गुजारने की प्रक्रिया ट्रांजिस्टर का लघुरूप है।
Sorce of the News (With Regards):- compile by Dr Sanjan,Dainik Jagran(Rashtriya Sanskaran),Dainik Bhaskar(Rashtriya Sanskaran), Rashtriya Sahara(Rashtriya Sanskaran) Hindustan dainik(Delhi), Nai Duniya, Hindustan Times, The Hindu, BBC Portal, The Economic Times(Hindi& English)