Daily News Summary of 02-12-2018 in details in Hindi
दैनिक समसामयिकी – 02 December 2018(Sunday)
➡ INTERNATION AL /BILATERAL
1.भारत की अपील : आर्थिक भगोड़ों को पनाह न दें G-20
• भारत ने भगोड़े आर्थिक अपराधियों से निपटने, उनकी पहचान, प्रत्यर्पण और उनकी संपत्तियों को जब्त करने के लिए जी-20 देशों से एक मजबूत और सक्रिय सहयोग मांगा है।
• जी -20 शिखर सम्मेलन के दूसरे सत्र में आर्थिक अपराधियों के खिलाफ नौ-सूत्रीय एजेंडा पेश करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, भगोड़े आर्थिक अपराधियों को प्रवेश देने और सुरक्षित पनाहगाह पाने से रोकने के लिए सदस्य देशों द्वारा संयुक्त प्रयास से एक तंत्र व प्रक्रिया बनाने की आवश्यकता है।
• उन्होंने सुझाव दिया कि जी-20 फोरम को अपने देश में लिए गए भारी कर्ज को चुकाए बिना दूसरे देशों में पनाह लेने वाले आर्थिक अपराधियों की संपत्तियों की पहचान करने के लिए काम शुरू करने पर विचार करना चाहिए।उन्होंने कहा, कानूनी प्रक्रियाओं में सहयोग जैसे कि अपराधियों की संपत्ति को जब्त करना और उनके स्वदेश प्रत्यर्पण को सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
• उन्होंने कहा, भ्रष्टाचार के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के सिद्धांतों और अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र संधिपत्र, विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय सहयोग से संबंधित सिद्धांतों को पूरी तरह से और प्रभावी ढंग से लागू किया जाना चाहिए।मोदी ने कहा, हमने वैश्विक आर्थिक शासन पण्राली के ढांचे को और अधिक प्रतिनिधित्व वाला और लोकतांत्रिक बनाने में सार्थक योगदान दिया है और इस दिशा में आगे भी कार्य करते रहेंगे।
• हमें संयुक्त राष्ट्र और इसकी सुरक्षा परिषद सहित बहुपक्षीय संस्थाओं में विकासशील देशों को और अधिक प्रतिनिधित्व दिए जाने पर एक सुर में बात करनी चाहिए। यह वही मकसद है जिसके लिए हम एक साथ आए हैं।
2. G-20 : भारत ने साबित की अपनी अलग अहमियत
• जी-20 में भारत ने अपनी अलग अहमियत को साबित करने में कामयाबी हासिल की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत ही सटीक रणनीति के साथ वीटो पॉवर देशों के बीच समन्वय बना कर सभी के साथ भारत के संबंधों को मजबूती प्रदान की, वहीं एक तरह से पाकिस्तान को अलग थलग भी करने में कामयाबी हासिल की।
• मोदी ने जहां ट्रंप के साथ बातचीत कर प्रभावी छाप छोड़ी, वहीं चीन और रूस के साथ भी भारत के रिश्तों में बेहतरी के लिए कदम बढ़ाया।
• इसका ही परिणाम है कि भारत, चीन और रूस के नेताओं ने मिलकर संयुक्त राष्ट्र और विश्व व्यापार संगठन सहित अन्य बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार की मांग की है। तीनों देशों के नेताओं के बीच 12 साल के अंतराल के बाद शनिवार को यहां हुई त्रिपक्षीय बैठक हुई।
• भगोड़े आर्थिक अपराधियों से व्यापक एवं प्रभावी तरीके से निपटने के लिए जी-20 देशों के बीच ठोस एवं सक्रिय सहयोग।
• अपराध से अर्जित संपत्ति को जब्त करने, ऐसी संपत्ति तथा भगोड़ों की वापसी जैसे मामलों में कानूनी प्रक्रिया में सहयोग बढ़ाया एवं बेहतर किया जाए।
• आर्थिक अपराधियों के प्रवेश एवं सुरक्षित पनाहगाह को रोकने हेतु एक तंत्र के निर्माण के लिए जी-20 देशों द्वारा संयुक्त प्रयास किया जाए।
• यूनाइटेड नेशंस कन्वेंशन अगेंस्ट करप्शन (यूएनसीएसी) और यूनाइटेड नेशंस कन्वेंशन अगेंस्ट ट्रांसनेशनल आर्गनाइज्ड क्राइम (यूएनओटीसी) के सिद्धांतों, खासकर ‘‘अंतरराष्ट्रीय सहयोग’ से संबंधित, को पूर्णत: एवं प्रभावी तरीके से क्रियान्वित किया जाए।
• फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) को अंतरराष्ट्रीय सहयोग को प्रमुखता से स्थापित करने के लिए कहा जाए, जिससे सक्षम अधिकारियों के बीच समय पर विस्तृत सूचना का आदान-प्रदान हो सके।
• एफएटीएफ को भगोड़े आर्थिक अपराधियों की मानक परिभाषा तय करने की जिम्मेदारी दी जाए।
• घरेलू कानून के हिसाब से जी-20 के देशों के मार्गदर्शन एवं सहायता हेतु एफएटीएफ को भगोड़े आर्थिक अपराधियों से निपटने के लिए पहचान, प्रत्यर्पण एवं न्यायिक कार्यवाही से संबंधित सामान्यत: सहमतिपूर्ण एवं मानक प्रक्रिया भी विकसित करनी चाहिए।
• प्रत्यर्पण के सफल मामलों, प्रत्यर्पण की मौजूदा पण्राली में व्याप्त खामियों, कानूनी सहायता आदि के बारे में अनुभव साझा करने के लिए एक सामान्य मंच स्थापित हो।
• जी-20 मंच को आर्थिक अपराधियों की संपत्ति की पहचान करने के लिए कार्य शुरू करने पर विचार करना चाहिए, जिनका अपने रिहाइश के देश में वसूली के लिए बकाया है।
3. जापान, अमेरिका, इंडिया JAI की पहली बैठक में बनी सहमति
• ‘‘जय’ यानी जापान, अमेरिका और इंडिया ने हिन्द -प्रशांत क्षेत्र में इस बात पर सहमति जताई है कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण एशिया प्रशांत क्षेत्र की शांति एवं समृद्धि के लिए मुक्त, खुली, समावेशी तथा नियम आधारित व्यवस्था जरूरी है।
• इन तीनों देशों के नेताओं ने यहां जी20 शिखर बैठक के दौरान अलग से बैठक की। एशिया प्रशांत क्षेत्र में वर्चस्व स्थापित करने के चीन के प्रयासों के बीच इन देशों के बीच यह इस तरह की पहली बैठक है।
• विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जापान के प्रधानमंत्री ¨शजो आबे ने जी20 शिखर सम्मेलन से इतर शुक्रवार को बेहद अच्छी और दोस्ताना बैठक की। मोदी ने बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘‘जय (जापान, अमेरिका, भारत) त्रिपक्षीय बैठक तीन दोस्ताना राष्ट्रों की एकजुटता का प्रतीक है। आज का ऐतिहासिक जय शिखर सम्मेलन एक शानदार शुरुआत है।
• प्रधानमंत्री शिंजो आबे, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मैंने संपर्क सुविधाएं बढ़ाने, समुद्री क्षेत्र में सहयोग और ¨हद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिरता के बारे में सार्थक बातचीत की।’मोदी ने भारत की ओर से साझा मूल्यों के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता बनाए रखने का वचन देते हुए कहा, ‘‘जब आप अपने इन तीन देशों-जापान, अमेरिका और भारत के संक्षिप्त अंग्रेजी नाम पर गौर करें तो यह ‘‘जय’ (जेएआई) बनेगा जिसका हिंदी में मतलब सफलता है।’
• उन्होंने जय बैठक को तीन देशों के दृष्टिकोणों का सम्मिलन बताया। उन्होंने कहा, ‘‘लोकतांत्रिक मूल्यों में आस्था रखने वाले इन तीनों ऐसे देशों के लिए लिए बड़ा अच्छा मौका है। हम एक साथ मिलकर वैश्विक शांति, समृद्धि एवं स्थिरता के लिए काम करेंगे।’ मोदी ने ¨हद-प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं समृद्धि को बढ़ावा देने के साझा हित के पांच सूत्रीय कार्यक्रम का सुझाव दिया। उन्होंने सभी देशों को इस रूपरेखा की समावेशिता तथा खुलापन का भरोसा दिया।
• उन्होंने क्षेत्र में संपर्क सुविधाओं के विस्तार , टिकाउ विकास, आपदा राहत, समुद्री सुरक्षा और (समुद्री मागरें से) निर्बाध आवागमन की व्यवस्था की दिशा में साथ मिलकर काम करने के महत्व पर भी जोर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने हिन्द -प्रशांत क्षेत्र के लिए परस्पर लाभ और एक दूसरे की संप्रभुता एवं भौगोलिक अखंडता के प्रति सम्मान के सिद्धांत के आधार पर आम सहमति से एक व्यवस्था बनाने पर बल दिया।
• बाद में विदेश सचिव गोखले ने संवाददाताओं से कहा कि तीनों नेताओं ने ¨हद-प्रशांत क्षेत्र के बारे में विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने कहा, ‘‘वे इस बात पर सहमत हुए कि इस क्षेत्र की शांति एवं समृद्धि के लिए एक मुक्त, खुली, समावेशी तथा नियमों पर आधारित व्यवस्था आवश्यक है।’
• उन्होंने कहा, इन देशों के लिए जरूरी है कि वे एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लाभ को लेकर सभी सम्बद्ध पक्षों के साथ संपर्क करें।जापान के प्रधानमंत्री आबे ने पहली जय बैठक पर खुशी जतायी। उन्होंने उम्मीद जतायी कि इससे मुक्त एवं खुले हिन्द -प्रशांत क्षेत्र का वास्तविक रूप देने की दिशा में तीनों देशों के बीच करीबी तालमेल को बल मिलेगा।
• ने कहा, ‘‘हम तीनों एक साथ काम कर क्षेत्र तथा वैश्विक स्तर पर अधिक स्थिरता और अधिक समृद्धि लाएंगे।’ ट्रंप ने बैठक के दौरान भारत की आर्थिक वृद्धि की कहानी की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘हम तीन देशों के बीच संबंध बेहद अच्छे और बेहद मजबूत हैं भारत के साथ संभवत: अब तक का सबसे मजबूत संबंध है।
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4. सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की एनजेएसी पर याचिका
• उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (एनजेएसी) कानून को निरस्त करने वाले उसके 2015 के फैसले पर पुनर्विचार की मांग वाली याचिका खारिज कर दी। 2015 के इस फैसले के बाद उच्चतर न्यायपालिका में न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए कॉलेजियम पण्राली पुनर्जीवित हुई थी।
• एनजेएसी कानून 2014 में उच्चतर न्यायपालिका में न्यायाधीशों की नियुक्ति में कार्यपालिका की ज्यादा भूमिका की व्यवस्था थी।
• प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की पीठ ने कहा कि पुनर्विचार याचिका दायर करने में 470 दिन की देरी हुई है और इसमें कोई दम नहीं है।
• पीठ ने 27 नवंबर के अपने आदेश में कहा, ‘‘‘‘वर्तमान पुनर्विचार याचिका दायर करने में 470 दिन की देरी हुई है, जिसके लिए कोई संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दिया गया। पुनर्विचार याचिका केवल देरी के आधार पर खारिज किए जाने लायक है।’’ इस आदेश को शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर शनिवार को डाला गया।
• पीठ में न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर, न्यायमूर्ति कुरियन जोसफ (अब सेवानिवृत्त), न्यायमूर्ति ए एम खानविल्कर और न्यायमूर्ति अशोक भूषण भी शामिल थे। पीठ ने कहा कि हमने पुनर्विचार याचिका और संलग्न कागजात पर गौर किया है। हमें इसमें कोई गुण नहीं मिला।
• पुनर्विचार याचिका देरी और गुण की कमी के आधार पर खारिज की जाती है।यह याचिका ‘‘नेशनल लॉयर्स कैंपेन फॉर ज्यूडीशियल ट्रांसपेरेंसी एंड रिफॉर्म्स’ ने पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ के फैसले पर फिर से विचार करने के लिए दायर की थी। पुनर्विचार याचिका में दावा किया गया था कि 2015 का फैसला ‘‘असंवैधानिक एवं अमान्य’ है।
5. अब सभी तरह की मदद के लिए एक ऐप ‘112 इंडिया
• देश भर में सभी तरह की आपात सेवाओं के लिए मोबाइल ऐप ‘112 इंडिया’ की शुरुआत यहां केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने की। इसमें महिलाओं के लिए पुलिस की मदद पाने के लिए एक खास फीचर मौजूद है।
• राजनाथ सिंह ने कहा कि इस ऐप में खासतौर पर महिलाओं के लिए ‘शाउट’ (एचएचओयूटी) फीचर उपलब्ध किया गया है जो आपात प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर राज्य के लोगों को पुलिस, स्वास्थ्य, दमकल और दूसरी एजेंसियों से तुरंत सहायता मिलेगी।
• ईआरएसएस में पुलिस (100), दमकल (101), स्वास्थ्य (108) और महिला (1090) हेल्पलाइनों को मिला दिया गया है।
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6. रोबोटिक इनसाइट सफलतापूर्वक मंगल पर उतरा
• नासा को मंगल ग्रह पर मानवरहित रोबोटिक ‘‘इनसाइट’ उतारने में बड़ी सफलता हाथ लगी है। पृवी के पड़ोसी मंगल ग्रह के निर्माण की गुत्थियों को समझने के उद्देश्य से नासा द्वारा भेजा गया रोबोटिक लैंडर ‘‘इनसाइट’ सफलतापूर्वक मंगल ग्रह पर उतरने में कामयाब रहा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
• इनसाइट सोमवार को अपने लक्ष्य तक पहुंचने में कामयाब रहा। इस दो वर्षीय मिशन का लक्ष्य मंगल ग्रह के निर्माण की गुत्थियों को सुलझाने का है। नासा ने एक बयान में कहा, यह रोबोटिक यान धूल और बालू से भरे एक क्रेटर पर उतरा जिसे हॉलो नाम से जाना जाता है।
• इनसाइट को सतह पर 15 डिग्री तक झुककर काम करने के लिहाज से तैयार किया गया है। इसलिए विशेषज्ञों को उम्मीद है कि इसके मुख्य दो उपकरण-भूकंप सेंसर और सतह से नीचे की ऊष्मा को मापने वाला सेल्फ हेमरिंग मोल वैसे ही काम करेगा जैसी योजना इस संबंध में तैयार की गई थी।
• रोबोटिक लैंडर ने मंगल ग्रह पर अपने आसपास की पहली तस्वीर भी भेजी है। इस तस्वीर में कुछ चट्टानें दिख रही हैं। आने वाले दिनों में रोबोटिक लैंडर मंगल ग्रह की अच्छी तस्वीरें भेजेगा क्योंकि यह अपने दो कैमरों पर लगी धूल की परत को साफ कर देगा।
• नासा में इनसाइट के मुख्य जांचकर्ता ब्रुस बेर्नडट ने कहा, हम बेहतरीन तस्वीर आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं ताकि हम इस प्राथमिक आकलन की पुष्टि कर सकें।
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