#आईएएस #के #लिए #करेंट #अफेयर्स #कैसे #तैयार #करें।
जैसा कि हम जानते हैं कि आईएएस तैयारी के सभी तीन चरणों (प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा व साक्षात्कार या व्यक्तित्व परीक्षण) में वर्तमान मामलों की समझ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हाल के वर्षों में आईएएस परीक्षा में वर्तमान मामलों का महत्व में वृद्धि हुई है, जिसमें आनुपातिक रूप से प्रश्नों के विश्लेषणात्मक रुझान के साथ-साथ कुछ विषय जैसे पर्यावरण और अर्थव्यवस्था से जुड़ी घटनाओं आदि का विशेष महत्व भी बढ़ा है।
अब प्रश्न यह उठता है कि आईएएस परीक्षा के लिए वर्तमान मामलों को कैसे तैयार किया जाए?
यूपीएससी प्रिलिम्स के पाठ्यक्रम में काफी स्पष्ट रूप से “राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व की वर्तमान घटनाओं” का उल्लेख है जिसे हम करेंट अफेयर्स या समसामयिकी के रूप में समझते हैं। आयोग ने परीक्षा में वर्तमान मामलों को बहुत ही कुशलता से शामिल किया है, लेकिन प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों के पाठ्यक्रम में इस भाग को परिभाषित नहीं किया गया है। एक उम्मीदवार को हर दिन यूपीएससी परीक्षा के स्तर के आधार पर समाचार पत्रों के माध्यम से महत्वपूर्ण वर्तमान मामलों से संबंधित सभी प्रमुख समाचारों को पढ़ना और उनसे नोट्स बनाने की कला का विकास करना चाहिये।
आईएएस परीक्षा में मौजूदा मामलों से पूछे जाने वाले प्रश्नों का कोई विशेष ट्रेंड नहीं है। यदि हम पिछले वर्ष के पेपर का अध्ययन करें तो हम यह समझ सकते हैं कि कई मौजूदा घटनाओं से कई प्रश्नों को सीधे-सीधे पूछा गया था। वर्तमान मामलों में विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को शामिल किया गया जाता है और ये प्रमुख विषयों जैसे कि भूगोल, नीति, अर्थशास्त्र, इतिहास, पर्यावरण एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ ओवरलैप करते हैं। इस तरह से हम यह समझते हैं कि करेंट अफेयर्स की तैयारी के लिये किसी विशिष्ट विषय के तहत प्रश्नों को वर्गीकृत करना कठिन है।
दैनिक समसामयिकी में कवर किये जाने वाले टापिक्स।
सरकार के पहलुओं / नीतियों, भारत की नीतियां जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हैं जैसे – पूर्व की ओर देखो नीति (Act East policy), अंतर्राष्ट्रीय संस्थान – अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council), अंतर्राष्ट्रीय समझौते – गैर-प्रसार संधि (एनपीटी), वासेनार व्यवस्था, स्टार्ट संधि, राइट्स इश्यू, सोशल सेक्टर की पहल (Social Sector Initiatives), सस्टेनेबल डेवलपमेंट (Sustainable Development) पर सरकार द्वारा उठाए गए अच्छे उपाय इत्यादि।
आप आसानी से समाचार पत्रों के महत्व को समझ सकते हैं। सभी स्थैतिक (Static Portion) भाग जैसे भूगोल, इतिहास, अर्थशास्त्र, राजनीति, विज्ञान और तकनीक या पर्यावरण इत्यादि दैनिक समाचारों का एक नियमित हिस्सा है। इसके अलावा, यूपीएससी के प्रश्नों के उत्तर देने के लिये हमें समकालीन मुद्दों का स्थैतिक पहलू से संबंध तथा उसके विश्लेषण आदि की समझ में निपुणता प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। जब आप समकालीन विकास व घटनाओं से अवगत होते हैं, तो इसकी तैयारी मुश्किल नहीं होती है।
वर्तमान मामलों के लिए नोट्स कैसे बनाएं।
करेंट अफेयर्स की तैयारी के लिए यह अनुशंसा की जाती है कि आप उचित तरीके से नोट्स बनाएं। इसके लिए एक समर्पित फ़ाइल बनाएं और उसमें आप मौजूदा मामलों की अध्ययन सामग्री को नोट और संशोधित कर सकते हैं। इस प्रकार से आप किसी भी विषय पर मिली विशेष जानकारी को अपडेट करके आसानी से अपने अध्ययन सामग्री में अतिरिक्त नोट के रूप में जोड़ सकते हैं और इस तरह से आपके वर्तमान मामलों के विषय पर सभी सामग्रियां एक ही स्थान पर रहेंगी। सभी संबंधित विषयों की एक सूची बनाएं ताकि आप आसानी से आवश्यक विषय पर जा सकें। अपनी सुविधा के लिए आप वर्तमान मामलों को विभिन्न क्षेत्रों में विभाजित कर सकते हैं ताकि जब आप अखबार और अन्य स्रोतों से अध्ययन करते हैं, तो आप अपने वर्तमान मामलों की फाइल में विषय से संबंधित समाचार को वर्गीकृत करके रख सकते हैं।
आईएएस परीक्षा में वर्तमान मामलों का क्या महत्व है।
सिविल सेवा परीक्षा में वर्तमान घटनाओं या सीधे उससे जुड़े प्रश्न पूछे जा सकते हैं। आप वर्तमान घटनाओं का उपयोग उदाहरणों के लिए कर सकते हैं जो आपके उत्तर में आपके द्वारा उठाए गए रुख को स्पष्ट कर सके।
करेंट अफेयर्स का वर्गीकरण:
सरकारी योजनाएं और नीतियां
विज्ञान और तकनीक
भारत के अंतरिक्ष मिशन और रक्षा प्रणाली
अंतर्राष्ट्रीय संस्थान जैसे विश्व बैंक, विश्व व्यापार संगठन, आईएमएफ, संयुक्त राष्ट्र आदि।
अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ
अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक और पर्यावरण संबंधी पहल
तथा वर्तमान राष्ट्रीय समाचार
यूपीएससी सिविल सेवाओं की परीक्षा में वर्तमान मामलों के लिए विषय-आधारित नोट तैयार करने और अध्ययन करने से संबंधित खबरों का अध्ययन करने के सुझावों के लिए नीचे दिये गये सुझाव व स्रोत पढ़ें:
भूगोल: हिमशैल पिघलने, एल नीनो / ला नीना (El Nino/La Nina) आदि पर अखबारों की रिपोर्ट।
भारतीय सोसाइटी: महिला मुद्दे, समाचारों में महिला संगठन, आबादी के मुद्दे, क्षेत्रवाद, सांप्रदायिकता, गरीबी के मुद्दों और योजनाएं वैश्वीकरण और महिलाओं, प्रवासियों आदि जैसे विशेष समूहों पर इसके प्रभाव।
सामाजिक न्याय: एनजीओ, संघ बजट, स्वास्थ्य और शिक्षा से शिक्षा के मुद्दों, खाद्य सुरक्षा मुद्दों आदि से कल्याण योजनाएं आदि।
शासन: योजना पत्रिका की रिपोर्ट व लेख।
अंतरराष्ट्रीय मामले: समाचार पत्र, समाचार वेबसाइटें।
भारतीय अर्थव्यवस्था: समाचार चैनलों, लोकसभा, राज्यसभा टीवी, आर्थिक सर्वेक्षण, संघ बजट, सरकार की पहल, कृषि, बुनियादी ढांचा, बिजली आदि में चर्चा।
विज्ञान और तकनीकी: द हिंदू अखबार व साइंस रिपोर्टर पत्रिका।
आंतरिक सुरक्षा: भारतीय सुरक्षा, आतंकवाद, साइबर सुरक्षा, उन्हें रोकने के लिए सरकार के उपाय, आदि।
आचार विचार: कॉर्पोरेट जासूसी, भ्रष्टाचार, आदि के उदाहरण।
#द #हिंदू #समाचार पत्र: सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों के लिए तैयार करने के लिए द हिंदू अखबार सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है तथा इसके संपादकीय और राय भाग में विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों और नीतियों के बारे में एक विस्तृत विवरण और विचार प्राप्त हो जाता है। इसके अतिरिक्त पर्यावरण संबंधी मुद्दों- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मुद्दे और नीतियां, राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था, आर्थिक विकास और नीतियां, विज्ञान और प्रौद्योगिकी इत्यादि। इसका हर रोज़ वैज्ञानिक विकास खण्ड बहुत उपयोगी है।
#द #इंडियन #एक्सप्रेस: इसमें अंतरराष्ट्रीय संबंधों प्रकाशित लेख अन्य अखबारों की तुलना में अच्छे माने जाते हैं। इंटरनेशनल रिलेशन्स (IR) के लिये कई महत्वपूर्ण जानकारियां इससे तैयार की जा सकती हैं।
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